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Saturday, 1 February 2014

इस बार नहीं करना होगा किताबों का इंतजार

कैथल : शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों को अपग्रेड करने के लिए चलाए गए सर्वशिक्षा अभियान के तहत जहां जिले में करोड़ों रुपये से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं वहीं इस बार विभाग बच्चों की किताबों को लेकर भी पूरी तरह से जागरूक हो गया है। 
पूर्व नियोजित तैयारी करते हुए विभाग ने अभी से ही सभी जिलों में पुस्तकों के लिए बजट आवंटित कर दिया है। कैथल जिले को एसएसए के तहत पुस्तकों के लिए 182.47 लाख का बजट अलाट किया गया है। विभाग ने अभी से ही पुस्तकें छपवाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है ताकि पिछले वर्षो की तरह बच्चों को पुस्तकों के लिए इंतजार न करना पड़े। इसके लिए निदेशालय स्तर से पुस्तकों लिए ऑर्डर का काम भी हो चुका है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार बच्चों को मार्च माह में ही पुस्तक मुहैया हो जाएंगी। 
करीब 35 लाख की राशि बांटी
एसएसए के तहत जिले भर के 611 स्कूलों में विभिन्न छोटे-मोटे कार्य करवाने के लिए 23.93 लाख की राशि आबंटित की गई है। इनमें सभी प्राथमिक स्कूलों को पांच हजार और मिडल, सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी को सात हजार रुपये प्रत्येक की राशि अलाट की गई है।
प्रशिक्षण पर खर्च किए 11 लाख 
स्कूलों के सही तरह से क्रियान्वयन व कुशल संचालन के लिए स्कूल प्रबंधक कमेटियों का गठन किया गया है। सर्वशिक्षा अभियान के तहत स्कूल प्रबंधक कमेटियों को उनके अधिकार, कर्तव्य व नियमों की जानकारी के लिए प्रशिक्षण का प्रावधान किया गया है। इस प्रशिक्षण पर अब तक 11 लाख की राशि खर्च की गई है। प्रशिक्षण के तहत कलस्टर वाइज प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाता है। इसमें एसएमसी सदस्यों को एसएमसी की कार्यप्रणाली, अधिकार, नियम, रूपरेखा बारे विस्तार से जानकारी दी जाती है ताकि स्कूल के विकास व कुशल प्रबंधन में वे अपनी भागेदारी सुनिश्चित कर सकें। प्रबंधन को सभी मामले अच्छी पहल करनी चाहिए। ऐसी प्रबंधन होने के कारण ही सभी अच्छे से होता है।
कस्तूरबा गांधी स्कूल पर खर्च किए 7.72 लाख रुपये
अभियान के तहत जिले के एक मात्र राजौंद में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पर 7.72 लाख की राशि खर्च की गई है। उक्त राशि से जहां बच्चों को पाठ्य सामग्री, पुस्तकें, वर्दी मुहैया करवाई गई है तो वहीं स्टाफ को भी करीब पांच लाख का वेतन दिया गया है। इसमें पढ़ने वाली छात्रओं को 13 हजार रुपये का भत्ता भी दिया गया है। 
60 लाख से हुए सिविल कार्य
अभियान के तहत जिले के विभिन्न स्कूलों में भवन व मरम्मत के कार्य भी करवाए जा रहे हैं। अभियान के तहत अब तक कुल 58.76 लाख की राशि आवंटित की गई है। इसमें से हेड मास्टर के कमरों पर 6.49 लाख, टॉयलट पर 85 हजार, रैंप पर 62 हजार, गेट व ग्रिल व दरवाजों पर 2 लाख 21 हजार और साढ़े 11 लाख की राशि नए प्राथमिक स्कूल भवन के निर्माण पर खर्च की गई है। इसके कारण विद्यार्थियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो रही है।
आइईडी के तहत 26.53 लाख खर्च
सर्वशिक्षा अभियान के तहत वित्त वर्ष में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए विभाग ने 85.57 लाख रुपये की राशि अलाट की थी। इसमें से अब तक विभिन्न शिविरों व कार्यो पर 26.53 लाख रुपये की राशि खर्च हुई है। 
पांच लाख दिलाया आत्मसुरक्षा कोर्स
एसएसए के तहत विभाग ने जिले के लिए 10 लाख की राशि अलाट की गई थी। इसमें से विभाग ने विभिन्न स्कूलों में आत्म सुरक्षा के कोर्सो के तहत जूडो, बाक्सिंग व योगा की कक्षाओं व शिविरों का आयोजन किया। ऐसे कोर्सो पर विभाग ने 5.40 लाख की राशि खर्च की है।
तीव्र गति से कराए जा रहे कार्य 
सर्वशिक्षा अभियान के जिला प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर सुरेंद्र मोर ने बताया कि निदेशालय की दिशानिर्देश में सभी कार्य तीव्र गति से करवाए जा रहे हैं। इस बार मार्च माह तक सभी स्कूलों को पुस्तक मिल जाएंगी। इससे जहां बच्चों व अध्यापकों को फायदा होगा वहीं शिक्षण स्तर में भी सुधार होगा।                          dj



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