** शिक्षक भर्ती के रिजल्ट की घोषणा व टीजीटी भर्ती की कर रहे हैं मांग
चंडीगढ़ : अतिथि अध्यापकों के बाद अब प्रदेश के पात्र अध्यापक शिक्षा विभाग के गले की फांस बनने जा रहे हैं। रविवार को पात्र अध्यापकों ने मांगों को लेकर पंचकूला में शिक्षा निदेशालय के बाहर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। मांगें पूरी न होने पर इसे आमरण अनशन में तबदील कर दिया जाएगा। अंबाला, कैथल, कुरुक्षेत्र व जींद जिलों के पात्र अध्यापक रविवार को पात्र अध्यापक संघ के प्रेस वक्ता जसबीर गुर्जर के नेतृत्व में धरने पर बैठे। लगभग तीन दर्जन पात्र अध्यापकों ने सुबह दस बजे से लेकर शाम पांच बजे तक शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की।
पात्र अध्यापक वर्तमान में जारी शिक्षक भर्ती का रिजल्ट जल्द घोषित करने व टीजीटी भर्ती की मांग कर रहे हैं। उन्हें अंदेशा है कि लोकसभा चुनावों के लिए आचार संहिता लगने पर पीजीटी की भर्ती लटक सकती है। पात्र अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि बिना मांगें पूरी कराए क्रमिक अनशन खत्म नहीं किया जाएगा। सोमवार से आठ जिलों के पात्र अध्यापक क्रमिक अनशन शुरू करेंगे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से वे कई बार गुहार लगा चुके हैं कि पीजीटी भर्ती का परिणाम जल्द जारी किया जाए और सरकार टीजीटी की भर्ती प्रक्रिया शुरू करे। ताकि पात्र अध्यापकों को स्थायी नौकरी मिल सके।
उन्होंने बताया कि शिक्षक भर्ती के लिए वर्ष 2011 से पात्र अध्यापक संघर्ष कर रहे हैं। तीन साल बीत चुके हैं, लेकिन भर्ती बोर्ड सारी प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद रिजल्ट घोषित नहीं कर रहा है। प्रदेश के 2 लाख पात्र अध्यापकों के सब्र का बांध अब टूट चुका है। इससे ज्यादा इंतजार वे नहीं कर सकते, सरकार व शिक्षा विभाग ने अगर जल्द मांगों पर गौर नहीं किया जो मजबूरन उग्र आंदोलन शुरू करना पड़ेगा। dj
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