चंडीगढ़ : पात्र अध्यापकों ने अतिथि अध्यापकों के विरुद्ध भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मंगलवार को राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा व अवतार सिंह भड़ाना का पुतला फूंका। दोनों नेताओं ने अतिथि अध्यापको का समर्थन किया था।
अतिथि अध्यापकों के बाद अब प्रदेश के पात्र अध्यापक शिक्षा विभाग के गले की फांस बनने जा रहे हैं। पात्र अध्यापकों ने शिक्षक भर्ती के रिजल्ट व टीजीटी भर्ती की मांगों को लेकर पंचकूला में शिक्षा निदेशालय के बाहर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। मांगें पूरी न होने पर इसे आमरण अनशन में तबदील करने की चेतावनी भी दी है। पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि अतिथि अध्यापकों को मुख्यमंत्री ने सहानुभूति दिखाते हुए कई प्रकार की छूट दी। इससे हजारों पात्र अध्यापको को भारी नुकसान हुआ। अब कुछ नेता व विपक्षी दल अतिथि अध्यापकों को पक्का करने के झूठे सब्जबाग दिखा कर राजनीति कर रहे हैं जबकि हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के मद्देनजर इनको किसी भी तरह नियमित नहीं किया जा सकता। उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी नेता अतिथि अध्यापको का समर्थन करेगा उनका 2 लाख पात्र अध्यापक व उनके परिवार लोकसभा चुनावो में जमकर विरोध करेंगे तथा बहिष्कार करेंगे। संघ के उपाध्यक्ष प्रेम अहलावत ने कहा कि 2 लाख पात्र अध्यापकों के सब्र का बांध अब टूट चुका है। महासचिव सुनील यादव ने कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेशो की अवमानना करने से परहेज करे। dj
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