हरियाणा स्कूल लेक्चरर्ज एसोसिएशन (हसला) ने लंबित मांगों को लेकर फिर से शिक्षा विभाग को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है कि अगर इस दौरान उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वह 7 मार्च से प्रारंभ होने वाली 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा का बहिष्कार करेंगे।
हसला के प्रदेशाध्यक्ष दयानंद दलाल ने बताया कि शिक्षा विभाग की लापरवाही एवं अदूरदर्शिता के चलते प्रदेश भर के 33,976 प्राध्यापक अब अपने अधिकारों को लेकर मार्च के प्रथम सप्ताह से ही चरणबद्ध राज्यस्तरीय आंदोलन के मूड में हैं। हसला के नेतृत्व में प्राध्यापकों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने अपना रवैया नहीं बदला तो बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटी न देने और उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं करने की नौबत आ सकती है।
इन मांगों को लेकर संघर्ष
1. पंजाब व हिमाचल की तर्ज पर 5400 ग्रेड पे दिया जाए।
2. 100 प्रतिशत प्राचार्य पद पर पदोन्नति लेक्चरर फीडिंग कैडर से हो ।
3. नवनियुक्त प्राध्यापकों का पदनाम पीजीटी से बदलकर लेक्चरर करना।
4. उच्च योग्यता प्राप्त प्राध्यापकों को उच्चतर शिक्षा संस्थानों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति का कोटा प्रदान करना।
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