** नैतिक मूल्य : शिक्षा विभाग के निर्देश पर स्कूलों में अणुव्रत आचार संहिता के नियमों को लिखना भी शुरू कर दिया है
बच्चों में बचपन से ही नैतिक मूल्यों की भावना विकसित करने उनको सर्वगुण संपन्न बनाने के लिए स्कूलों में बच्चों का अणुव्रत आचार सहिंता के नियमों के अवगत करवाया जाएगा। शिक्षा विभाग के निर्देश पर स्कूलों में अणुव्रत के नियमों को लिखना भी शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि अक्सर बच्चे अधिक समझ होने के कारण अपने पथ से भटक जाते हैं। ऐसे कुछ युवा पढ़ाई को छोड़ अपराध की दलदल में भी चले जाते हैं तो कुछ नशे के आदी हो जाते हैं। इससे केवल वे बर्बादी की राह पर चल पड़े है, बल्कि उनके परिजनों के लिए उन्हें सही रास्ते पर लाना मुश्किल हो जाता है। बच्चों का जीवन सुधरे और वे बचपन से ही व्यसनों से दूर रहें, इसके लिए अणुव्रत समिति ने कुछ दिन पूर्व प्रदेश सरकार से स्कूलों में अणुव्रत नियमों का पाठ पढ़ाए जाने का अनुरोध किया। अब शिक्षा विभाग ने उस पर गौर फरमाया है और स्कूलों में अणुव्रत के नियमों के बारे में बच्चों को अवगत करवाया जाने लगा है। स्कूलों में अणुव्रत के नियमों को लिखना शुरू कर दिया है। इस बारे में खंड के सभी राजकीय स्कूलों में भी अणुव्रत के नियमों को लिखने बारे में निर्देश पहुंच चुके हैं।
ताकि व्यवहार सही रहे
"स्कूलों में अणुव्रत आचार संहिता के नियमों के बारे में बच्चों को शिक्षित किया जाएगा ताकि जीवन में उनका आचार व्यवहार सही रहे। स्कूलों में आचार सहिंता के नियमों को लिखवाने या बोर्ड लगवाने के बारे में निर्देश दिए जा चुके हैं।''--नरेंद्र यादव, खंड शिक्षा अधिकारी
इस प्रकार हैं अणुव्रत आचार सहिंता के नियम
- मैं किसी भी निर-अपराध प्राणी का संकल्पपूर्वक वध नहीं करूंगा। मैं आत्महत्या और भ्रूण हत्या नहीं करूंगा।
- मैं आक्रमण नहीं करूंगा। आक्रामक नीति का समर्थन नहीं करूंगा। विश्व शांति तथा अशस्त्रीकरण के लिए प्रयत्न करूंगा।
- मैं मानवीय एकता में विश्वास करूंगा। जाति-रंग भेद आदि के आधार पर किसी को ऊंचा-नीचा नहीं समझूंगा, अस्पृश्य नहीं मानूंगा।
- मैं धार्मिक सहिष्णुता रखूंगा। सांप्रदायिक उत्तेजना नहीं फैलाऊंगा।
- मैं व्यवसाय और व्यवहार में प्रामाणिक रहूंगा। अपने लोभ के लिए दूसरों को हानि नहीं पहुंचाऊंगा। छलपूर्ण व्यवहार नहीं करूंगा।
- मैं सामाजिक कुरीतियों को प्रश्रय नहीं दूंगा।
- मैं ब्रह्मचर्य की साधना और संग्रह की सीमा का निर्धारण करूंगा।
- मैं चुनाव के संबंध में अनैतिक आचरण नहीं करूंगा।
- मैं व्यसन मुक्त जीवन जीउंगा। मादक नशीले पदार्थों शराब, गांजा, चरस, हेरोइन, भांग तंबाकू आदि का सेवन नहीं करूंगा।
- मैं पर्यावरण की समस्या के प्रति जागरूक रहूंगा। हरे-भरे वृक्ष नहीं काटूंगा और पानी-बिजली का अपव्यय नहीं करूंगा।
- मैं परीक्षा में पास होने के लिए अनैतिक उपायों का सहारा नहीं लूंगा।
इस तरह से स्कूलों में बच्चो को अणुव्रत आचार सहिंता के नियमों की तालीम दी जाएगी ताकि बच्चे सर्वगुण संपन्न बन सकें। dbbhwn
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