** सहायक शिक्षा अधिकारी (खेल) के साथ क्रीड़ा प्रतियोगिता सचिव के भी हस्ताक्षर जांच होगी
सोनीपत : किसी खिलाड़ी ने शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किसी प्रतियोगिता में भाग लिया हो अथवा नहीं, कोई फर्क नहीं पड़ता। उसे जिस खेल का और जिस तमगे का प्रमाण पत्र चाहिए मिल जाएगा।
उस पर कोई भी किसी का भी नाम और पसंदीदा पोजिशन लिख सकता है। शिक्षा विभाग ने पूरी छूट जो दी है। शिक्षा विभाग की ओर से खिलाडिय़ों को कोरे प्रमाण पत्र बांटे जाते हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस योग्यता प्रमाण पत्र पर सहायक शिक्षा अधिकारी (खेल) के साथ-साथ क्रीड़ा प्रतियोगिता सचिव के हस्ताक्षर भी हैं। आलम यह है कि किसी भी अधिकारी की ओर से यह देखने तक की भी जहमद नहीं उठाई जाती कि आखिर ये प्रमाण पत्र सही हाथों में जारी हो भी रहे हैं या नहीं।
आगे से भरकर देंगे प्रमाण पत्र : इस संबंध में सहायक शिक्षा अधिकारी (खेल) जगबीर मलिक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसा टीम इंचार्ज पर विश्वास करके किया जाता है, लेकिन भविष्य में इस पर रोक लगा प्रमाण पत्र भरकर ही दिए जाएंगे।
बड़ी लापरवाही
डीईओ ने कहा, ऐसे सर्टिफिकेट का कोई महत्व नहीं
स्थिति यह है कि डीईओ इसे गंभीर नहीं मानतीं। उनका कहना है इन प्रमाण पत्रों का कोई महत्व नहीं होता। विभागीय जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली खेलकूद स्पर्धा के दौरान लापरवाही सामने आई है। विभाग की ओर से खिलाडिय़ों को बड़ी संख्या में कोरे प्रमाण पत्र वितरित किए गए हैं।
नहीं दे पाया जवाब :
जब ये प्रमाण पत्र खिलाडिय़ों की ओर से पहुंचे तो उक्त खिलाड़ी बता ही नहीं पाया कि उसने कब स्पर्धा में हिस्सा लिया था। उसने कहा कि उसे तो कोच ने प्रमाण पत्र दिए और कह दिया कि घर जाकर भर लेना।
सीधी बात : परमेश्वरी हुड्डा, डीईओ, सोनीपत
क्या खिलाडिय़ों को कोरे प्रमाण पत्र जारी किए हैं
ऐसा है तो जांच की जाएगी।
जारी करते समय उसे भरा क्यों नहीं जाता
ऐसा जल्दबाजी और विश्वास कर हुआ होगा
कोरे प्रमाण पत्र पर खिलाड़ी जो चाहे लिख सकता है
यह कोई गंभीर मामला नहीं है। ऐसे प्रमाण पत्रों का कोई महत्व नहीं। db
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