रोहतक : सीबीएसई द्वारा बोर्ड की 12वीं कक्षा की पुनर्मूल्यांकन नीति में बदलाव करने के फैसले को ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टुडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ) ने गैर जरूरी बताया। ऑर्गेनाइजेशन के प्रदेश सचिव हरीश ने थ्योरी पेपर में केवल 10 प्रश्नों के पुनर्मूल्यांकन करने व प्रति प्रश्न 100 रुपए शुल्क लगाने के फैसले पर शिक्षा को महंगा करने और पारदर्शिता खत्म करने वाला फैसला बताया।
पारदर्शिता हो जाएगी खत्म
उन्होंने कहा कि आए दिन बोर्ड परीक्षाओं में पेपर लीक होने व परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी की शिकायतें मिलती रहती हैं। ऐसे में बोर्ड का ये फैसला पारदर्शिता को खत्म करने वाला है। पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया में भी 5 अंक अधिक व 1 अंक कम होने पर पहले के मूल्यांकन को रद्द कर नया अंक वैध मानने का फैसला भी छात्रों के हित को ध्यान में रखकर नहीं लेने वाला बताया। ऑर्गेनाइजेशन ने फैसले का विरोध करते हुए इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है। db
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