खरखौदा : प्रदेश में दो बार हुई जेबीटी भर्ती कटघरे में पहुंची, जिसमें से एक भर्ती में पूर्व मुख्यमंत्री को सजा भी सुनाई गई और 3206 जेबीटी अध्यापकों के भविष्य पर तलवार लटकी हुई है। , जबकि दूसरी भर्ती की जांच हो रही है। ऐसे में भर्ती बोर्ड व प्रदेश सरकार जेबीटी की भर्ती को लेकर हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है कि कहीं उनसे कोई गलती न हो जाए। जिसके बाद विवाद खड़ा हो और परेशानी बढ़े।
प्राथमिक टीचर के 9870 पदों के रिजल्ट की बाट जोह रहे प्रदेश के पात्र एवं अनुभव प्राप्त बेरोजगार युवा निरंतर प्रदेश में जगह जगह धरने प्रदर्शन कर रहे हैं। ताकि रिजल्ट जल्द घोषित किया जा सके। लेकिन सूत्रों की माने तो इससे पूर्व वर्ष 2003 व 2009 तक हुई जेबीटी की भर्ती पर जो आरोप लगे हैं उनसे सीख लेते हुए प्रदेश सरकार इस बार जेबीटी भर्ती पर किसी तरह का विवाद नहीं चाहती है। इसलिए प्रदेश सरकार रिजल्ट को चाहकर भी जल्दी घोषित करने में अक्षम साबित हो रही है। प्रदेश सरकार इस जेबीटी भर्ती पर किसी तरह का रिस्क लेना नहीं चाहती। पिछली दो भर्तियों पर जो आरोप लगे थे, वे आरोप मौजूदा होने वाली जेबीटी भर्ती पर न लगे, इसके लिए भर्ती बोर्ड सभी आवेदकों के पूर्ण विवरण तैयार करने में जुटा है। आरटीआई की बजाय रिजल्ट से जुड़ा संपूर्ण विवरण सूचना पाने वाले को इंटरनेट के माध्यम से बोर्ड की वेबसाइट पर पहले से ही प्राप्त हो, इस पर भी विभाग जोर आजमाइश में जुटा हुआ है।
11 वर्षों में हुई जेबीटी की हर भर्ती का सच
2003 में हुई भर्ती में अनियमितता के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को जेल हो चुकी है। वर्ष 2009-10 में हुई भर्ती पर भी अनियमितता के आरोप लगे हुए हैं, जिनमें एचटेट व स्टेट की अंगूठा मिलान की जांच चली हुई है। वर्ष 2014 में होने वाली भर्ती पर भी कई तरह के केस चले, हाल में भी 11 जुलाई को कोर्ट की सुनवाई है। इस भर्ती को लेकर अध्यापक भर्ती बोर्ड पर भी सवाल उठे थे। उम्मीद जताई जा रही है कि 21 दिन के अंदर-अंदर सभी रिजल्ट सरकार घोषित कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक जून के अंतिम व जुलाई के प्रथम महीने में सभी सूचियां जारी हो सकती हैं। जिनकी बद में ज्वाइनिंग प्रक्रिया चलेगी।
कारण: जिससे रिजल्ट में हो रही है देरी
कारण : एक
9870 चयनित उम्मीदवारों के पूर्ण विवरण के साथ साथ जिन आवेदकों का चयन नहीं होगा, न्यायालय के आदेशों पर अब उनके नंबर एवं अन्य पूर्ण विवरण भी बोर्ड की वेबसाइट पर घोषित किया जाना है। ताकि भर्ती को पारदर्शिता का रूप दिया जा सके।
कारण : दो
इस भर्ती में कई श्रेणी बोर्ड के सामने हैं जिनमें एचटेट पास, एसटेट पास, चार वर्ष का अनुभव प्राप्त आवेदक, बीए बेस्ड जेबीटी पास, हरियाणा से अलग दूसरे प्रदेशों से जेबीटी पास उम्मीदवार सहित कई श्रेणी हैं। जिनके चलते 9870 उम्मीदवारों के साथ अन्य कई हजार आवेदकों का विवरण भी अपलोड करना है।
कारण : तीन
दस्तावेजों की जांच पहले से ही कराई जा रही है ताकि ज्वाइनिंग में किसी तरह की दिक्कतें न हो। जो दस्तावेज हरियाणा प्रदेश के बोर्ड एवं विश्वविद्यालयों से जुड़े हैं उनकी आसानी से जांच हो रही है जबकि दूसरे प्रदेशों के दस्तावेजों की जांच में समय लगा है। अब लगभग संपूर्ण दस्तावेजों की जांच कराई जा चुकी है। अनुभव प्रमाण पत्रों की भी जांच कराई गई है। db
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