** वेतन विसंगति को लेकर 8 जुलाई को एजुकेशन आॅफिसर करेंगे रोष प्रदर्शन
** 5 व 7 जुलाई को अपने-अपने कार्यस्थल पर काले बिल्ले लगाकर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करेंगे
सफीदों : हरियाणा स्कूल एजुकेशन आफिसर एसोसिएशन के आह्वान पर हरियाणा में कार्यरत सभी प्रधानाचार्य एवं अन्य स्कूल अधिकारी छठे वेतन आयोग की विसंगति को लेकर 8 जुलाई को रोष प्रदर्शन करेंगे। एक दिन का सामूहिक अवकाश लेकर जिला स्तर पर डीसी कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। यह निर्णय एसोसिएशन के प्रधान महेंद्र सिंह चौहान ने लिया।
ये जानकारी एसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता अश्वनी सैनी ने शनिवार को दी। विरोध प्रदर्शन से पूर्व 5 7 जुलाई को अपने-अपने कार्यस्थल पर काले बिल्ले लगाकर सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करेगें। उन्होंने बताया कि विरोध प्रदर्शन को लेकर एसोसिएशन की जिला इकाई की अगुवाई में प्रदेशभर में संपर्क अभियान जारी है। एसोसिएशन पिछले काफी लंबे अरसे से अपने वेतनमान की विसंगति को दूर करने के लिए संघर्षरत है।
हरियाणा में कार्यरत लगभग सभी कर्मचारियों अन्य अधिकारियों को केंद्र की तर्ज पर उनका निर्धारित वेतनमान दे दिया है या फिर नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है परंतु स्कूल प्रधानाचार्य के साथ लगातार भेदभाव किया जा रहा है। हरियाणा के पड़ोसी राज्य दिल्ली में स्कूल प्रधानाचार्य को 7600 ग्रेड-पे दिया जा रहा है, पंजाब हिमाचल में भी प्रधानाचार्य को हरियाणा से अधिक वेतनमान दिया जा रहा है। हरियाणा के सरकारी स्कूल में कार्यरत प्रधानाचार्य एवं अन्य समकक्ष उच्च अधिकारियों मात्र 6000 गे्रड-पे दिया जा रहा है, जोकि इस वर्ग के साथ सरासर अन्याय है।
उन्होंने बताया कि एसोसिएशन का शिष्टमंडल प्रधान महेंद्र सिंह चौहान महासचिव विक्रम सिंह सहरावत के नेतृत्व में कई बार अपनी मांगो को लेकर शिक्षामंत्री गीता भुक्कल, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार प्रो. वीरेंद्र सिंह, हरियाणा सरकार के ओएसडी एमएस चोपड़ा, शिक्षा वितायुक्त सुरीना राजन से मिल चुके है। इन सभी ने उनकी मांगो को न्यायसंगत मानते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया परंतु आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.