** जीजेयू की तरफ से 8475 परीक्षार्थियों को जारी किया गया था रोल नंबर, एग्जाम सेंटर बनाए गए थे 25
हिसार : गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की ओर से संचालित विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की नेट परीक्षा रविवार को संपन्न हुई। विभिन्न विषयों की परीक्षा के लिए 8475 अभ्यर्थियों को यूनिवर्सिटी की ओर से रोल नंबर जारी किए गए थे। दो शिफ्ट में हुई परीक्षा में करीब 20 फीसदी परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। यूनिवर्सिटी ने नेट परीक्षा के लिए शहर में 25 एग्जाम सेंटर बनाए थे। इनमें से 9 सेंटर यूनिवर्सिटी कैंपस में और 16 सेंटर शहर के अन्य कॉलेज और स्कूल में बनाए गए थे। वहीं 650 कर्मचारियों को एग्जाम ड्यूटी में लगाया गया था।
वीसी डाॅ. एमएल रंगा ने बताया कि नेट एग्जाम के लिए सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर बारह बजे तक कि मॉर्निंग शिफ्ट में 6785 परीक्षार्थियों ने तथा दोपहर बाद डेढ़ बजे से लेकर शाम चार बजे तक की इवनिंग शिफ्ट में 6714 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। एग्जाम को शांतिपूर्ण और सही तरीके से संचालित करने के लिए यूनिवर्सिटी ने 25 ऑबजर्वर नियुक्त कर रखे थे। रजिस्ट्रार प्रो. आरएस जागलान ने बताया कि यूजीसी की ओर से एमडीएसडी गर्ल्स कॉलेज अंबाला सिटी की डाॅ. किरण गुप्ता, एनआईटी कुरुक्षेत्र के डाॅ. सुरजीत अरोड़ा, स्वामी शारदा नंद कॉलेज, अलीपुर, दिल्ली के डा. सुभाष आनंद, डीयू के डा. एम. काजिम, एमटीएम कॉलेज फॉर वूमेन लुधियाना की डा. प्रवीन कौर चावला, डा. ज्योति जुनेजा, केयूके के प्रो. दर्शन सिंह, यूजीसी की शिक्षा अधिकारी डा. मेघा कौशिक, डा. स्वराज शर्मा एवं डा. संजय माही बतौर ऑब्जर्वर नियुक्त थे। यूजीसी नेट सैल के कॉर्डिनेटर प्रो. कर्मपाल नरवाल ने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा का संचालन पूर्णतया शांतिपूर्ण हुआ है तथा किसी भी परीक्षा केंद्र से किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है।
शहर में जीजेयू कैंपस को छोड़ नेट एग्जाम के लिए 16 सेंटर विभिन्न स्कूल कॉलेज में बनाए गए थे। ग्जाम के दौरान एक मोबाइल फोन की रखवाली के लिए दस रुपये तक वसूले गए।
सुबह की शिफ्ट में 1690 तो शाम 1761 कैंडिडेट अनुपस्थित
जीजेयू द्वारा रविवार को आयोजित हुई नेट एग्जाम में 8475 कैंडिडेट्स को रोल नंबर जारी किए गए थे। एग्जाम दो शिफ्ट में होना था। नेट एग्जाम में सफल होने के लिए प्रत्येक कैंडिडेट को दोनों शिफ्ट के पेपर को क्लियर करना जरूरी था। सुबह की शिफ्ट में 1690 कैंडिडेट अबसेंट थे। यूजीसी के नेट सैल कॉर्डिनेटर प्रो. कर्मपाल नरवाल के अनुसार नेशनल लेवल आयोजित होने वाली किसी भी परीक्षा में ये आंकड़ा औसत है। लेकिन जो कैंडिडेट मॉर्निंग शिफ्ट में एग्जाम में बैठे उनमें से भी कई का हौंसला प्रश्न पत्र देख कर बीच में छूट गया। इसके बाद वो इवनिंग शिफ्ट में नहीं पहुंचे। इवनिंग शिफ्ट में 1761 कैंडिडेट अबसेंट रहे। db
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