हिसार : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने नए शैक्षणिक स्तर 2014-15 में पांचवे समेस्टर यानी फाइनल इयर में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को राहत प्रदान की है। केयू के अनसुार अंडर ग्रेजुएट कोर्स करने वाले उन विद्यार्थियों को राहत मिलेगी जिनकी पहले समेस्टर में रि-अपीयर आई है। वे पांचवे समेस्टर में दाखिला ले सकेंगे। इससे पहले केयू ने फैसला लिया था जिस विद्यार्थी का प्रथम सेमेस्टर में री अपियर है उसका दाखिला ग्रेजुएट कोर्स में पांचवे समेस्टर में नहीं हो सकता है। लेकिन केयू ने अपने इस फैसले में नए शैक्षणिक स्तर के दाखिलों से पहले फिर से परिवर्तन कर दिया। जिसके तहत जिन विद्यार्थियों की पहले समेस्टर में री अपीयर है वे विद्यार्थी दाखिला ले सकते हैं।
प्रथम समेस्टर को देनी होगी अहमियत
नए शैक्षणिक स्तर 2014-15 में बीए, बीकॉम, बीएससी, बीटेक, बीएससी होम साइंस, बिजनेस प्रशासन कोर्स के प्रथम समेस्टर में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों पर नियम लागू होगा। यह नियम भविष्य में यदि इस साल प्रथम समेस्टर में दाखिला लेने वाले किसी भी विद्यार्थी की यदि पांचवें समेस्टर तक प्रथम समेस्टर में री अपीयर रहती है तो वह अंतिम वर्ष में दाखिला नहीं ले पाएगा। इसके लिए विद्यार्थियों को प्रथम समेस्टर के सभी विषयों को पास करना होगा, इसके बाद ही अगले सेमेस्टर में दाखिला मिल सकेगा।
ये कॉलेज होंगे प्रभावित
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आदेशानुसार हिसार, जींद, अम्बाला, पंचकूला, यमुनानगर, पानीपत, करनाल, कैथल और कुरुक्षेत्र के सरकारी और गैर सरकारी सभी कॉलेज प्रभावित होंगे।
"कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से पत्र आया है जिसमें यह स्पष्ट लिखा हुआ है कि पहले समेस्टर में जिन विद्यार्थियों की री-अपीयर है वे विद्यार्थी अब पांचवे समेस्टर में दाखिला ले सकते हैं। यह फैसला 2014-15 के मान्य है। विद्यार्थियों को फैसले से अवगत करा दिया गया है।"--एमएस मांजू, उप प्राचार्य,राजकीय कॉलेज db
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