** दबाव के बावजूद वीसी दिनेश सिंह ने अब तक नहीं दिया इस्तीफा
नई दिल्ली : डीयू और यूजीसी के बीच जारी विवाद मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। हालांकि कोर्ट ने इसमें हस्तक्षेप से मना कर दिया। इस बीच डीयू के वीसी दिनेश सिंह के इस्तीफे पर असमंजस से माहौल और गरमा गया है। दिनेश सिंह ने ऐलान कर दिया था कि वह इस्तीफा दे रहे हैं, लेकिन डीयू की एकेडमिक काउंसिल के सदस्यों ने उन्हें इस्तीफा न देने के लिए मना लिया है और अब उन्होंने इस्तीफा न देने का मन बनाया है। डीयू प्रवक्ता ने कहा कि इस्तीफा भेजा नहीं गया था। इसलिए तकनीकी तौर पर उन्होंने इस्तीफा दिया ही नहीं। वहीं, वरिष्ठ पत्रकार मधु किश्वर ने कहा कि दिनेश सिंह पर इस्तीफे के लिए केंद्र का दबाव है। इससे पहले डीयू कार्यकारी परिषद सदस्य प्रो. आदित्य नारायणा मिश्रा की याचिका ठुकराते हुए शीर्ष कोर्ट ने उन्हें हाईकोर्ट जाने को कहा था। डीयू में दाखिले पर सोमवार को लगी रोक अभी भी जारी है। करीब 55 हजार छात्रों का भविष्य अधर में है। का इनकार
57 कॉलेज 3 साल के कोर्स पर राजी : यूजीसी
यूजीसी ने मंगलवार रात जानकारी दी कि 57 कॉलेज तीन साल के कोर्स के लिए राजी हो गए हैं। वैसे वीसी के इस्तीफे की खबर के बाद कैंपस में ढोल-नगाड़े बजे थे। छात्र, प्रोफेसर और कर्मचारियों ने पटाखे भी फोड़े थे। देर शाम प्रोवीसी प्रो. सुधीश पचौरी ने कुलपति आवास के बाहर कहा कि वह डॉ. सिंह को इस्तीफा न देने के लिए मना रहे हैं। और वीसी मान गए। db
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