जींद : जेबीटी में थोपी गई इंटर्नशिप सरकार का तानाशाही फैसला है। सरकार विद्यार्थियों से बेगार करवाना चाहती है। नंबर वन हरियाणा का दावा करने वाली सरकार की गलत नीति के कारण जेबीटी के विद्यार्थी सरकार के बंधुआ मजदूर बनकर रह गए हैं। जेबीटी के विद्यार्थी आगामी आठ जुलाई को रोहतक में प्रदर्शन करेंगे।
एसएफआई के छात्र नेताओं ने गुरुवार को जेबीटी के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहे। जिला स्तरीय अभियान के दौरान आज जिला प्रधान की अगुवाई में जींद के अनूपगढ़, किनाना स्थित जेबीटी कॉलेजों का दौरा किया गया और विद्यार्थियों की सभाओं का आयोजन किया गया। जिला सचिव मानव ने बताया की पिछले वर्ष सरकार ने जेबीटी के दो वर्षीय कोर्स में 180 दिन की इंटर्नशिप सरकार ने जबरदस्ती थोप दी। जिला प्रधान विनोद धड़ौली व मानव प्रदीप ने बताया कि पिछले साल एसएफआई के नेतृत्व में पूरे राज्य में आंदोलन लड़ा गया, जिसमें कुछ हद तक सफलता प्राप्त हुई और 180 के बजाय 90 दिन तक इंटर्नशिप को जरूरी किया गया। इस वजह से विद्यार्थियों का एक सत्र बच गया और वो आगे दाखिला लेने में सफल रहे। सरकार ने वादा किया था कि वह विद्यार्थियों की मांग का उचित समाधान करेगी, परन्तु सरकार के नीतिगत स्तर पर असफल रहने के कारण ही विद्यार्थियों को बेगारी करने को मजबूर होना पड़ रहा है। विद्यार्थी अपने घर से कई कई किलोमीटर जाकर स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना पड़ रहा है। db
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