चंडीगढ़ : राज्य शैक्षणिक अनुसंधान तथा प्रशिक्षण परिषद , गुड़गांव की नई संरचना प्रदेश की शिक्षा को सुधारने में अहम कदम होगा। शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव सुरीना राजन 23 जून को गुड़गांव में नई संगठन संरचना का शुभारंभ करेंगी। नई संरचना राज्य की प्रमुख शिक्षण इकाई के रूप में कार्य करेगी।
सरकारीप्रवक्ता ने बताया कि यह संगठन संरचना बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप के सहयोग से राज्यव्यापी गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के हिस्से के रूप में डिजाइन की जाएगी। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के सभी 15 हजार सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के शिक्षा स्तर में सुधार लाना है। इन स्कूलों में लगभग 26 लाख विद्यार्थी पढ़ रहे हैं और एक लाख अध्यापक कार्यरत हैं।
अधिक स्वायत्ता मिलेगी :
नई संरचना में तीन उत्कृष्ट केंद्रों पाठ्यक्रम एवं अध्यापन केंद्र, व्यवसायिक विकास केंद्र तथा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र का गठन किया जाएगा।
प्रवक्ता के मुताबिक ये बदलाव जस्टिस वर्मा अध्यापक शिक्षा आयोग की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए किए जा रहे हैं। नई संरचना मुख्य रूप से इन्हीं सिफारिशों पर आधारित होगी। नई व्यवस्था में राज्य शैक्षणिक अनुसंधान तथा प्रशिक्षण परिषद को योजना एवं प्रबंधन, मानव संसाधन तथा वित्त एवं बजट के क्षेत्र में अधिक से अधिक स्वायत्तता दी जाएगी। au
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