कुरुक्षेत्र : बीएलओ ड्यूटीके विरोध में जिलाभर के शिक्षकों ने सोमवार को रतगल स्कूल में बैठक कर हाइकोर्ट में जाने का फैसला किया। शिक्षकों ने कहा कि शिक्षा विभाग के वित्तायुक्त बीएलओ ड्यूटी शिक्षकों से कराने का पत्र जारी कर चुके हैं। इसके बावजूद शिक्षकों की ड्यूटी बीएलओ के रूप में लगाई जा रही है। यह पूरी तरह से गलत है। शिक्षक इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान विनोद चौहान ने कहा कि शिक्षक इस बारे में जिला प्रशासन को कई बार ज्ञापन सौंप चुके हैं। इतना ही नहीं सीएम विंडो पर भी शिकायत दर्ज करा दी है। इसके बाद भी शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी नहीं काटी जा रही। इससे सभी शिक्षकों में रोष है। शिक्षकों ने कहा कि अब इस मामले में सिवाय कोर्ट में जाने के कोई और रास्ता नहीं बचा है। शिक्षकों ने कहा कि बीएलओ ड्यूटी देने से विद्यार्थियों की पढ़ाई तो प्रभावित होती ही है साथ में शिक्षकों को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि आरटीई एक्ट में भी साफ लिखा है कि मौलिक शिक्षकों की ड्यूटी बीएलओ के रूप में नहीं लगाई जा सकती। इसके बाद भी प्रशासन मनमानी करने में जुटा है।
ड्यूटी कटना संभव नहीं
डीसी सी जी रजनीकांतन ने कहा कि एकदम से 670 शिक्षकों की जगह दूसरे बीएलओ को लाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आधार कार्ड को लिंक करने का काम तय समय में पूरा किया जाना है। जिसके चलते शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि दो महीने के बाद शिक्षकों की जगह दूसरे विभागों के कर्मचारियों को बीएलओ बना दिया जाएगा। db
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