नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) नौवीं और दसवीं के ऑनलाइन कोर्स मैटीरियल के लिए एक्सपर्ट शिक्षकों की खोज में जुटा है। इस खोज के जरिये देशभर से विषय विशेषज्ञों का एक डाटा बैंक तैयार किया जा रहा है। इसमें शामिल होने वाले शिक्षक न केवल कोर्स मैटीरियल तैयार करने में बोर्ड की मदद करेंगे, बल्कि कोर्स के प्रमाणीकरण में भी सहायता करेंगे।
सीबीएसई की सोच है कि शिक्षकों का एक ऐसा डाटा बैंक तैयार हो, जिसकी सहायता से ऑनलाइन कोर्स मैटीरियल को तैयार किया जा सके। विषय एक्सपर्ट होने से एकेडमिक स्तर पर शिक्षकों का सहयोग अन्य काम के लिए भी किया जा सकता है। अपने-अपने विषयों में जो भी एक्सपर्ट शिक्षक हैं वह बेहतर तरीके से अपने-अपने इनपुट दे सकते हैं। इसके लिए बोर्ड ने शिक्षकों को बाध्य नहीं किया है। जो भी शिक्षक अपने विषय को लेकर कुछ योगदान देना चाहते हैं, वह एक प्रोफॉर्मा के जरिए सीबीएसई से जुड़ सकते हैं।
शिक्षकों को सबसे पहले खुद का पंजीकरण कराना होगा। सीबीएसई ने इसके लिए एक प्रोफॉर्मा उपलब्ध कराया है, जिस पर जाकर योगदान करने वाले शिक्षकों को कंप्यूटर की जानकारी, स्नातक और स्नातकोत्तर विषयों की जानकारी, दसवीं और बारहवीं में पढ़ाए विषयों व अनुभव की जानकारी देनी होगी। जिस भी विषय के लिए शिक्षक अपना योगदान देना चाहते हैं उस विषय की जानकारी को भरना होगा, जिसके बाद शिक्षकों को यह पता चल जाएगा कि उन्हें उस विषय केकिन-किन चैप्टर या यूनिट के लिए काम करना है।
10वीं में यह हुए परिवर्तन
बोर्ड ने ग्रेडिंग पैटर्न के बीच नौंवी के साथ ही दसवीं में भी विषयवार परिवर्तन कर दिए हैं। इंगलिश कम्यूनिकेटिव में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इंगलिश लिट्रेचर में अब कविताएं भी शामिल कर ली गई हैं। हिंदी में भी अंकों से जुड़े बदलाव किए गए हैं। विज्ञान में कोई बदलाव नहीं हुआ है। सामाजिक विज्ञान में होने वाली ओटीबीए अब यूनिट चार के चैप्टर तीन के बजाए चैप्टर चार (फूड सिक्योरिटी इन इंडिया) से पूछा जाएगा। au
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