गोहाना : जिन स्कूलों में शिक्षक फालतू हैं, उनको कम शिक्षक संख्या वाले स्कूलों में समायोजित करने की शक्ति बीईओ को दी जानी चाहिए। मंगलवार को यह मांग हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) के प्रवक्ता कृष्ण दुरेजा ने की। पुरानी अनाजमंडी के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए प्रवक्ता दुरेजा ने रेखांकित किया कि प्रदेश के सरकारी स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं तो अनेक स्कूल ऐसे भी हैं जिनमें नियुक्त शिक्षकों की संख्या वहां के लिए मंजूर पदों और जरूरत से कहीं अधिक हैं। यदि फालतू शिक्षकों को कम शिक्षक संख्या वाले स्कूलों में शिफ्ट कर दिया जाए, तब दोनों को राहत मिल जाएगी।
कृष्ण दुरेजा ने कहा कि इस वक्त दाखिलों का सीजन चल रहा है। सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को दाखिल करवाने से अभिभावक इस आधार पर भी कतरा जाते हैं कि उनमें शिक्षक तो हैं नहीं, बच्चे पढ़ेंगे कैसे। इस संकट का निदान राज्य सरकार बड़ी सरलता से कर सकती है। इसके लिए सरप्लस स्टाफ को शॉर्टेज वाले स्कूलों में समायोजित करने की शक्ति बीईओ को दी जानी चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि समायोजन की शक्ति बीईओ को मिलने से जहां यह कार्य अपेक्षाकृत अधिक शीघ्रता और औचित्यपूर्ण विधि से हो सकेगा, वहीं तबादला एक खंड, जिसमें शिक्षक पहले से काम कर रहे हैं, के भीतर ही होने से ट्रांसफर होने वाले शिक्षक नई पोस्टिंग वाले स्थान पर जाने से हिचकेंगे भी नहीं। dt
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