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Friday, 3 April 2015

अंतिम दिन आये ‘बजट’ ने निकाले स्कूल मुखियाओं के पसीने

भिवानी : वित्त वर्ष 2014-2015 की समाप्ति के अंतिम दिन शिक्षा विभाग द्वारा बीपीएल, अनुसूचित व पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों के बकाया बजट राशि भेजने से क्षेत्र के स्कूल मुखिया लगातार 2 दिन तक विद्यालयों, बैंक व खजाना कार्यालय में दौड़ लगाते रहे। विभाग ने क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए लगभग सवा करोड़ की राशि भेजी जिसका प्राचार्यों व मुख्याध्यापकों ने एक ही दिन में उनके खातों के माध्यम से वितरण करवा कर राहत की सांस ली।
प्रदेश का शिक्षा विभाग सभी सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले गरीब बीपीएल, अनुसूचित, पिछड़े व मेधावी विद्यार्थियों को प्रतिमाह छात्रवृत्ति प्रोत्साहन राशि आवंटित करता है।
प्रदेश का शिक्षा विभाग पूरे वर्ष कुंभकर्णी नींद सोया रहा वहीं वित्त वर्ष के अंतिम दो दिन 30 व 31 मार्च को अचानक ही आनन फानन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों, उच्च विद्यालयों व प्राथमिक विद्यालयों के खातों में सभी लाभपात्र बच्चों के पैसे डाल दिए जो उनको उसी दिन सभी विद्यार्थियों के खातों में भेजने जरूरी थे। विभाग द्वारा अचानक लिए गए इस फैसले से स्कूल मुखियाओं के पसीने छूट गए और उन्होंने बहुत कम समय को देखते हुए पूरे स्टाफ को इसी काम में लगा दिया। पिछले दो दिन खंड के सभी विद्यालयों के प्राचार्य, मुख्याध्यापक व प्राथमिक पाठशालाओं के मुखिया कभी बीईओ कार्यालय से अपनी सूचि लाते तो कभी बैंक व कभी खजाना कार्यालय की तरफ दौड़ लगाते नजर आ रहे थे।
2.5 करोड़ का बजट कार्य निपटाया
बाढड़ा के खजाना अधिकारी दर्शपाल राठी व सहायक खजांची शक्ति सिंह श्योराण ने कहा कि मार्च में साढ़े 8 करोड़ से ऊपर का बजट का काम निपटाया गया वहीं अंतिम 2 दिन ढाई करोड़ के बिल पास किए गए जो 18 घंटे के वर्कलोड में ही निपटाए गए हैं।                                                            dt

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