मिड डे मील (मध्याह्न भोजन योजना) के राशन में अब धांधली नहीं हो सकेगी। विभाग ने इसके लिए योजना तैयार की है। जिसके तहत मिड डे मील के तहत खर्च की गई राशि का ब्यौरा दीवारों पर अंकित करना जरूरी होगा। ऐसा नहीं करने वाले स्कूल इंचार्जों पर विभाग की तरफ से कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए महानिदेशक मौलिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं। विभाग का दावा है की ऐसा करने से मिड-डे मील में धांधली रुकेगी। बता दें कि पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को मिड डे मील योजना के तहत राशन दिया जाता है।
ये किया जाएगा
मिड डे मील योजना के अंतर्गत खर्च होने वाली राशि का पूरा ब्यौरा देना होगा। इसके लिए स्कूल की चार दीवार पर खर्च राशि अंकित की जाएगी। जिसमें विद्यार्थी की संख्या, योजना पर खर्च राशि का ब्यौरा होगा। इसी के साथ मिड डे मील का लोगो भी देना जरूरी होगा। वहीं मिड डे मील में क्या राशन तैयार किस दिया किया जाता है। ये भी देना जरूरी होगा। इसके लिए विभाग के अधिकारी समय समय पर स्कूलों में निरीक्षण करेंगे। जिसमें बच्चों से राशन के संबंध में बातचीत करेंगे। वहीं दीवार पर राशि रजिस्टर में चढ़ाई गई राशि का मिलान किया जाएगा।
स्कूलों में मिली धांधली
मिड डे मील योजना के तहत स्कूलों में धांधली की जाती है। स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा दिखा दी जाती है। उनका राशन भी दिखाकर गबन किया जाता है। जिससे विभाग को प्रतिवर्ष लाखों रुपये का चूना लगता है। इसी को रोकने के लिए विभाग ने ये कदम उठाया है। स्कूलों में मिड डे मील के तहत छात्रों को सब्जियों का पुलाव, पौष्टिक खिचड़ी, दाल चावल, कड़ी चावल, चावल काला चना, रोटी मौसमी सब्जी, आटे का हलवा काले चने दिया जाता है। उपरोक्त व्यजनों में से किसी भी दिन कोई भी व्यंजन बनाया जा सकता है। dbsrs
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