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Thursday, 7 May 2015

10वीं में महज 41%, 12वीं के 53.96% विद्यार्थी ही हो सके पास

** 12वीं के 53.96% विद्यार्थी हुए सफल 
** दोनों कक्षाओं में लड़कियां ही आगे
भिवानी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम बुधवार शाम 4:30 बजे घोषित कर दिए। बोर्ड के सचिव पंकज कुमार ने यह जानकारी दी। दसवीं कक्षा में जहां महज 41.28 फीसदी विद्यार्थी ही उत्तीर्ण हो पाए। वहीं, 12वीं का परीक्षा परिणाम भी अधिक अच्छा नहीं रहा। केवल 53.96 प्रतिशत विद्यार्थी ही पास हुए। हालांकि दोनों कक्षाओं में लड़कियों का पास प्रतिशत लड़कों से अच्छा ही रहा। शिक्षा जानकारों के अनुसार 10वीं का रिजल्ट बोर्ड के इतिहास में (1967 से अब तक) का सबसे खराब रहा। दिनों दिन खराब होते इस रिजल्ट ने शिक्षा विभाग और सरकार की नीतियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। 
बता दें कि पिछले साल दसवीं में 60.84 फीसदी और बारहवीं में 72.91 फीसदी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे। सबसे अच्छा परीक्षा परिणाम 2009 में आया था। तब 10वीं का परिणाम 84.43 और 12वीं का परिणाम 92.48 प्रतिशत रहा था।
इसलिए गिर रहा है रिजल्ट 
8वींतक के बच्चों को प्रमोट करने की नीति गलत है। इससे पढ़ाई की आदत खत्म हो रही है। बच्चे नकल पर आधारित रहते हैं। यही कारण है कि 10वीं का रिजल्ट खराब आया। जनवरी फरवरी में शिक्षकों की कभी मार्किंग तो कभी परीक्षाओं में ड्यूटी रहती है। यही रिवीजन का समय होता है। दोनों महीनों में मुश्किल से शिक्षक के पास 10 या 12 दिन ही रिवीजन के लिए बचते हैं। इससे परीक्षा परिणाम प्रभावित होता है। 
गणित बना कमजोरी
हर वर्ष की तरह इस बार भी 10वीं कक्षा के छात्र हिंदी अंग्रेजी के बजाय गणित में कमजोर रहे। गणित में जहां पास प्रतिशतता 61.67 रही, वहीं अंग्रेजी हिंदी में पास प्रतिशतता क्रमश: 74.57 और 85.56 रही। सबसे अधिक पास प्रतिशतता एग्रीकल्चर विषय में 99.20 प्रतिशत रही। 
मेवात िफसड्‌डी
10वीं 12वीं दोनों कक्षाओं के परीक्षा परिणामों में महेंद्रगढ़ जिला अव्वल रहा। वहीं, मेवात के विद्यार्थी फिसड्डी रहे। 10वीं में जहां महेंद्रगढ़ में सबसे अधिक 56.33 प्रतिशत और 12वीं में 60.65 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। वहीं, मेवात में सबसे कम 10वीं में 25.46 तो 12वीं में 32.23% विद्यार्थी ही सफल हो पाए। 
शहरी पिछड़े ग्रामीण आगे
12वीं में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 54.49 रही है, जबकि शहरी क्षेत्र में 52.79 प्रतिशत सफल रहे। 10वीं में ग्रामीण क्षेत्र के 40.74 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए, जबकि शहरी क्षेत्र के विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 43.02 रही।                                                db

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