** पुलिस के अवरोधक देखकर प्रदर्शनकारियों ने बदला रास्ता, बस स्टैंड के पीछे हुआ टकराव
करनाल : सीएम कैंप हाउस को घेरने जा रहे गेस्ट टीचरों पर पुलिस ने बल प्रयोग कर खदेड़ दिया। बस स्टैंड के पीछे पुलिस ने आंदोलनकारी गेस्ट टीचरों को दौड़ा-दौड़कर पीटा। महिला गेस्ट टीचराें पर भी जमकर डंडे चले। पुलिस के लाठीचार्ज से उस समय हा-हाकार मच गया जब सड़क से जा रहे नागरिकों टैक्सी ड्राइवरों पर भी लाठियां पड़ गईं। लाठीचार्ज से लगभग 14 गेस्ट टीचर घायल हो गए, जबकि गेस्ट टीचरों की तरफ से बरसाए ईंट-पत्थरों से कई पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए।
चार हजार से अिधक गेस्ट टीचरों ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार शाम 4.40 पर सेक्टर-12 से सीएम कैंप हाउस का घेराव करने के लिए कूच किया। उधर पुलिस ने गांधी चौक पर प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुख्ता प्रबंधन कर रखे थे, लेकिन प्रदर्शनकारी गेस्ट टीचरों ने पुलिस प्रशासन की सभी तैयारियों को धत्ता बताते हुए शहर की अंदरूनी सड़कों से सीएम कैंप आॅफिस का रास्ता तय किया। प्रदर्शनकारी गेस्ट टीचरों की योजना से पुलिस प्रशासन को कुछ अधिक नहीं सूझ रहा था, इसलिए आनन-फानन में आरएएफ के जवानों ने गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पीछे से जा रही सड़क पर रास्ता रोक लिया। गेस्ट टीचर अवरोध पार करने लगे तो जवान उनको रोकने लगे। जैसे ही जवानों का लगाया अवरोध टूटने लगा तो उन्होंने लगभग सवा पांच बजे गेस्ट टीचरों पर लाठी चार्ज शुरू कर दी। इसे बाद दाेनों ओर से ईंट-पत्थर बरसाए जाने लगे। इस दौरान ईंट लगने से एक पुलिस का जवान सड़क पर जा पड़ा।
अध्यापक नेताओं पर भी बरसे डंडे
पुलिस के लाठीचार्ज के दौरान जब अतिथि अध्यापक मार से बचने के लिए भाग गए तो उस दौरान हरियाणा राज्य अध्यापक संघ के नेता वजीर सिंह सहित कई टीचर वापस लौट रहे थे। पुलिस ने उन्हें आराम से नहीं जाने दिया और उनको पुलिस के लाठी डंडों की मार का अहसास कराया। इस पर उन्होंने भाग कर अपनी जान बचाई।टैक्सी स्टैंड पर खड़े ड्राइवर भी पिटे
जब गेस्ट टीचर पुलिस के डंडों से बचने के लिए टैक्स स्टैंड की ओर घुस गए तो पुलिस ने उन्हें वहां पर भी नहीं छोड़ा। टैक्सी स्टैंड पर जो भी सामने आया उस पर ही डंडे बरसा दिए। इस दौरान कई व्यक्तियों ने स्वयं को ड्राइवर बताया तो पुलिस ने उनकी बात को अनसुना करते हुए खूब डंडे जड़े।
महिलाओं पर भी खूब बरसे डंडे
एसडी स्कूल की साइडों में दुकानों के बीच पुलिस के भय से छिपी महिलाओं को भी पुलिस ने कोई राहत नहीं दी। महिला पुलिस कर्मचारियों के उन्हें वहां ने बाहर निकालते हुए पीटा। अंधाधुंध बरसाए गए डंडों से कई महिलाएं घायल हो गई। इस दौरान कई महिलाओं पर पुरुष जवानो के डंडे भी पड़े।
5:19 बजे पुलिस ने शुरू किया लाठीचार्ज आॅप्रेशन
पुलिस कर्मचारियों की संख्या बल बढ़ने पर पुलिस ने गेस्ट टीचरों के आंदोलन को कुचलने के लिए 5.19 पर लाठी चार्ज आप्रेशन शुरू कर दिया। गेस्ट टीचरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। अब पुलिस ने नहीं देखा कि किसको और कहां लाठियां पड़ रही हैं। लगभग एक घंटे तक पुलिस ने बस स्टैंड के पीछे ही डेरा जमाए रखा। db
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