** सीएम से बातचीत व बीच का रास्ता निकालने का मिला आश्वासन
चंडीगढ़ : शिक्षा निदेशालय के बाहर आमरण अनशन कर रहे कंप्यूटर लैब सहायकों की तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई है। नौकरी गवां चुके लैब सहायक किसी सूरत में अनशन तोड़ने को तैयार नहीं हैं। अनुबंध बढ़ाने व बकाया वेतन को लेकर सहायकों का आंदोलन 78 दिनों से पंचकूला में चल रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने धरना स्थल पर पहुंचकर आमरण अनशन कर रहे सभी 30 सहायकों के स्वास्थ्य की जांच की। इसमें जींद निवासी संदीप व नसीब और यमुनानगर के सुखबीर की हालत चिंताजनक पाई गई। डॉक्टरों की सलाह पर तीनों को पंचकूला के सेक्टर-6 स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सरकार ने इसका संज्ञान लेते हुए लैब सहायकों को सोमवार को ही बातचीत के लिए बुलाया। मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को जल्द मांगों पर बीच का रास्ता निकालने व शुक्रवार तक मुख्यमंत्री से वार्ता कराने का आश्वासन दिया। उधर, पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक कर्ण दलाल धरना स्थल पर पहुंचे और सहायकों की मांगों को जायज ठहराया।
दलाल ने कहा कि वे उनके साथ हैं और जरूरत पड़ी तो कांग्रेस जल्द ही राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मिलेगी। कंप्यूटर लैब सहायक संघ के राज्य प्रधान सुरेंद्र प्योंत व महासचिव अजैब राणू ने कहा कि मुख्यमंत्री के ओएसडी से वार्ता सकारात्मक रही है। जल्द मांगों के हल होने की उम्मीद है।
कंप्यूटर शिक्षकों की नहीं हुई वार्ता
कंप्यूटर शिक्षकों की वार्ता मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव से सोमवार को नहीं हो पाई। यादव ने शिक्षकों को बुधवार को अब बातचीत के लिए बुलाया है। शिक्षक उनसे मेरिट सूची की जांच का स्टेटस जानना चाहते हैं। शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को उत्कर्ष सोसायटी के प्रोजेक्ट समन्वयक एसके सतीजा से बकाया वेतन व सिक्योरिटी राशि को लेकर मिला। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से जारी 71 करोड़ रुपये के बजट की फाइल अभी वित्त विभाग में है। फाइल के क्लीयर होते ही राशि जारी कर दी जाएगी। dj
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