चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र करनाल में गेस्ट टीचर्स व पंचकूला में कंप्यूटर शिक्षकों पर लाठीचार्ज एवं पानी की बौछारें छोड़ने पर विपक्ष प्रदेश सरकार पर हमलावर हो गया है। इनेलो और हजकां ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए शिक्षकों की आवाज दबाने के बजाए उनकी मांगें मानने की सलाह दी है। सर्व कर्मचारी संघ और शिक्षक संगठनों ने भी पुलिसिया कार्रवाई की निंदा की है। इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि गेस्ट व कंप्यूटर टीचर्स पर पुलिस बल का प्रयोग सरकार की कर्मचारी विरोधी रवैये को दर्शाता है। सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार गेस्ट टीचर्स व कंप्यूटर टीचर्स को नियमित करे। कुरुक्षेत्र विवि में आमरण अनशन पर बैठे कर्मचारियों की मांगें स्वीकार की जाएं। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने और धरना प्रदर्शन करने का प्रजातांत्रिक अधिकार है। अरोड़ा ने विधानसभा चुनाव से पूर्व शिक्षकों को नियमित करने वाले भाजपा नेताओं (अब मंत्री) पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार व मंत्री अब अपने वादों से एक-एक कर पीछे हट रहे हैं। उधर, हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) के अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई ने गेस्ट एवं कंप्यूटर टीचर्स पर लाठीचार्ज को सरकार की तानाशाही करार दिया है। बिश्नोई ने कहा कि चुनाव घोषणा पत्र में भाजपा ने इन शिक्षकों को पक्का करने का वादा किया था, लेकिन सत्ता मिलते ही भाजपा ने सभी वादे भूल गई है। सरकार के रवैये से साफ है कि वर्तमान और पूर्व सरकार में कोई फर्क नहीं है। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.