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Wednesday, 13 May 2015

सरकार ने टकराव किया तो पीछे नहीं हटेंगे गेस्ट टीचर

करनाल : अतिथि अध्यापकों का महापड़ाव पांच दिन भी जोशोखरोश के साथ जारी रहा। मंच से अध्यापक वक्ता सरकार पर जमकर बरसे। सरकार को चेताया और हठधर्मिता छोड़ने का आह्वान किया। कई सामाजिक अध्यापक संगठनों ने समर्थन की घोषणा की। पंडाल में दिनभर सरकार के खिलाफ नारे गुंजायमान होते रहे। झाड़ू प्रदर्शन से पूर्व महापड़ाव में अतिथि अध्यापकों को संबोधित करते हुए हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शास्त्री ने कहा कि सरकार दमनकारी नीति अपना रही है। लोकतांत्रिक ढंग से संघर्ष करने के लिए भी उन्हें एक-एक दिन की परमिशन दी जा रही है। सरकार टकराव के लिए उकसा रही है। अगर सरकार ने अतिथि अध्यापकों के साथ टकराव किया तो वे पीछे नहीं हटेंगे।  
उन्होंने कहा कि प्रशासन उनके लोकतांत्रिक हितों का हनन कर रहा है। लेकिन वे लोग कानून व्यवस्था में विश्वास रखते हैं और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात मनवाना चाहते हैं। जिस तरह से उन्हें परमिशन के लिए प्रतिदिन धक्के खाने को मजबूर किया जा रहा है, यह रवैया बिलकुल भी सही नहीं है। प्रशासन सरकार को चेतावनी दी जाती है कि अतिथि अध्यापकों के अनुशासन को कमजोरी समझने की भूल करें। अध्यापक किसी भी हद तक जाकर प्रशासन सरकार की दमनकारी नीतियों को विरोध कर सकता है। 
विद्यालय अध्यापक संघ ने दिया समर्थन 
अतिथि अध्यापकों के संघर्ष में राजकीय विद्यालय अध्यापक संघ ने भी समर्थन दिया। अध्यापक नेता कृष्ण कुमार निर्माण ने कहा कि वे न्याय की लड़ाई में उनके साथ हैं। उन्हींने कहा कि अतिथि अध्यापकों की मांग जायज है। इसे अलावा साध्वी देवा ठाकुर ने भी अतिथि अध्यापकों समर्थन दिया। 
अंदर से हिली हुई है सरकार 
राजेंद्र शास्त्री ने प्रदर्शनकारी अतिथि अध्यापकों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वे लोग इसी तरह से डटे रहे हैं। वे यह मत समझें कि उनके यहां बैठने का कोई असर नहीं हो रहा है। वास्तविकता यह है कि सरकार अंदर से हिली हुई। उन्हें पूरी दृढ़ता से तब तक यही डटे रहना है जब तक सरकार उनकी मांग को नहीं मान लेती है। 
दोगली नीति अपनाए सरकार 
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सरकार दोगली नीति अपनाएं। सीबीएसई में आठ-नौ पीरियड और हरियाणा शिक्षा विभाग में पांच छह पीरियड दिए जाते हैं। अगर सरकार इस तरह की दोगली नीति से गेस्ट टीचरों को निकालेगी तो सहन नहीं होगा। सरकार आरटीई और सीबीएसई पैट्रन के तहत स्कूलों में अध्यापकों को पीरियड दे। यह चूहे-बिल्ली का खेल कितने दिन चलेगा।                                                            db

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