** शिक्षकों को हटाने की रिपोर्ट देने के लिए मांग सकती है समय
चंडीगढ़ : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में सरप्लस 4073 गेस्ट टीचर्स की विदाई अभी तक पूरी तरह से मनोहर सरकार पर निर्भर है। मंगलवार देर शाम तक तय नहीं हो पाया कि अतिथि जाएंगे या रहेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग और सरकार ने गेस्ट टीचर्स की सेवाएं समाप्त करने को लेकर कोई आदेश जारी नहीं किए हैं। अतिथि अध्यापक दो दिन पहले ही मौलिक शिक्षा विभाग को कारण बताओ नोटिस का जवाब सौंप चुके हैं। बावजूद कार्रवाई का ब्योरा अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।
प्रदेश के मुख्य सचिव और स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को हाईकोर्ट में बुधवार को गेस्ट टीचर्स को हटाने की स्टेटस रिपोर्ट सौंपनी है। सरकार टीचर्स पर की गई कार्रवाई को अंतिम समय में ही सबके सामने लाएगी। सभी गेस्ट टीचर्स की ओर से नोटिस का जवाब न मिलने की दलील देकर रिपोर्ट दाखिल करने के लिए सरकार की ओर से समय मांगा जा सकता है। हालांकि बीती सुनवाई में 11 मई को हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए दो हफ्ते में गेस्ट को हटाकर 27 मई को रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए थे। साथ ही आदेशों का पालन ईमानदारी से करने के लिए भी कहा था।
मंगलवार को हटाए जाने वाले गेस्ट टीचर्स के बारे में तरह-तरह की अटकलें चलती रहीं। सरकार की ओर से जिला शिक्षा अधिकारियों को सरप्लस गेस्ट टीचर्स की हाजिरी बुधवार से न लगाने के आदेश जारी होने की बात भी सामने आई, लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग के किसी भी वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की।
अभी तक गेस्ट टीचर्स को हटाने को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। उधर, हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ की मैराथन बैठकों का दौर जारी रही। शिक्षकों को हटाए जाने के बाद के हालात की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। मंगलवार को हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने टीचर्स को हटाने के विरोध में जिला स्तरीय प्रदर्शन किए।
अतिथि अध्यापकों ने बनाई वार्ता कमेटी
जींद : भविष्य की अनिश्चितता को लेकर जूझ रहे अतिथि अध्यापकों ने सरकार से वार्ता के लिए कमेटी बनाई है। यहां जाट धर्मशाला में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिथि अध्यापक संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष पारस शर्मा ने बताया कि 11 सदस्यीय वार्ता कमेटी आंदोलन को अंतिम रूप देगी। कमेटी में में पारस शर्मा, अजय लोहान, सुभाष चंद्र, शशि भूषण, दलबीर दहिया, पुष्पा शर्मा, अनिल देशवाल व विनोद को शामिल किया गया है। मांग पूरी नहीं होने पर सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन के फैसले पर वे कायम हैं। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर 27 मई को वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु, 28 को कृषि मत्री ओमप्रकाश धनखड़ के पुतले फूंके जाएंगे। 31 मई से शिक्षामंत्री के आवास पर शुरू होने वाले अनिश्चित कालीन महापड़ाव में प्रदेश के सभी 15993 अतिथि अध्यापक शामिल होंगे। dj
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