.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

*** Supreme Court Dismissed SLP of 719 Guest Teachers of Haryana *** यूजीसी नहीं सीबीएसई आयोजित कराएगी नेट *** नौकरी या दाखिला, सत्यापित प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं *** डीडी पावर के लिए हाईकोर्ट पहुंचे मिडिल हेडमास्टर *** बच्चों को फेल न करने की पॉलिसी सही नहीं : शिक्षा मंत्री ***

Saturday, 23 May 2015

सरकार ने दी ‘सजा’ : खराब रिजल्ट पर रद की गईं शिक्ष्‍ाकों की छुट्टियां

** सरकार ने दी ‘सजा’, अध्यापक संघ कर रहे विरोध
** दसवीं कक्षा के 25प़्रतिशत बच्चों की आई है कंपार्टमेंट
** विशेष कोचिंग क्लास संचालित कर कंपार्टमेंट वाले छात्रों की तैयारी के निर्देश
सरकारी स्कूलों में खराब रिजल्ट पर सरकार ने शिक्षकों को ‘सजा’ देने का फैसला किया है। जिनमें 10वीं और 12वीं का परिणाम खराब आया है उनमें शिक्षकों की ग्रीष्मकालीन छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। विशेष कोचिंग क्लास संचालित कर कंपार्टमेंट वाले छात्रों की तैयारी कराने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि छात्र सितंबर में होने वाली परीक्षा में पास हो सके। हालांकि अध्यापक संगठन इस आदेश का विरोध कर रहे हैं।
यहां बता दें हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं व 12वीं कक्षा का रिजल्ट बेहद निराशजनक रहा। इस बार 10वीं की परीक्षा में आधे बच्चे भी पास नहीं हो सके। 
इसका रिजल्ट 41फ़ीसदी रहा। इसमें भी सबसे ज्यादा हैरान करने वाला आंकड़ा सरकारी स्कूलों का है जहां सिर्फ 30.32 फीसदी बच्चे ही पास हो पाए। इसी तरह 12वीं का रिजल्ट 53.96 फीसदी रहा। फरीदाबाद इस बार 12वीं के नतीजों में सबसे निचले स्तर वाले जिलों में शुमार है। जबकि 10वीं का रिजल्ट तो और भी खराब रहा। प्रदेश में इस बार 10वीं कक्षा में 25प़्रतिशत बच्चों की कंपार्टमेंट आई है। इन बच्चों को जून में कोचिंग करवाकर सितंबर में होने वाली परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा। 
शिक्षा महानिदेशक टीसी गुप्ता ने शिक्षकों को हिदायत दी है कि वे सुबह 9:00 बजे से 11:30 बजे तक कोचिंग क्लास चलाएं। ये क्लास उन्हीं शिक्षकों को चलानी होगी, जिनका रिजल्ट खराब आया है। क्लास पांच जून से 30 जून तक स्कूलों में चलाई जाएंगी।
पिछले दिनों शिक्षा विभाग ने खराब रिजल्ट वाले स्कूलों में कार्यरत अध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा था। लेकिन अधिकांश अध्यापकों ने स्पष्टीकरण न देकर मामले को गोलमोल कर दिया। 
अध्यापकों के रुख को देखते हुए विभाग ने शिक्षकों पर नकेल कस दी है। अधिकारियों को उम्मीद है कि कोचिंग से बच्चों को फायदा होगा। 
"शिक्षा देना, कर्मचारियों का काम नहीं है। इस विषय में जोर-जबरदस्ती नहीं चल सकती। विभाग ऐसा कर शिक्षकों का मनोबल गिरा रहा है। विभाग को शिक्षकों से संबंधित अन्य दिक्कतों पर ध्यान देना चाहिए।"-- रामवीर शर्मा, जिला प्रधान, हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन, फरीदाबाद
"खराब रिजल्ट देने वाले शिक्षकों को कंपार्टमेंट वाले विद्यार्थियों को पढ़ाना होगा। यह सजा नहीं, बल्कि कमजोर छात्रों के साथ शिक्षक का फर्ज है। शिक्षा का स्तर उठाने को अच्छी कवायद है।"-- रामकुमार पलसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी, फरीदाबाद                                                      aufrdbd

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.