सचिव महीपाल सैनी ने कहा कि लैब सहायकों को अपने लंबे आंदोलन के दौरान सरकार की ओर से केवल आश्वासन ही मिले हैं। पिछले चार साल से लैब सहायक पद पर कार्यरत हैं और लगातार शोषण का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 20 महीनों से बिना वेतन काम कर रहे हैं, जिससे अपने परिवारों का पालन पोषण भी करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष 24 अप्रैल को 2622 लैब सहायक शिक्षा विभाग के अधीन किए गए थे, लेकिन एक साल बीतने के बावजूद न तो वेतन दिया गया और न ही अनुबंध की अवधि को बढ़ाने के लिए विचार किया जा रहा है। ऐसे में मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। dj
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