जींद : संभव को असंभव तथा असंभव को संभव बनाने की कला में सरकारी
विभागों को महारत हासिल है। प्रदेश में लोकप्रशासन (पब्लिक एड) के हजारों
विद्यार्थियों को कुछ इसी प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। कारण
वह पीजीटी पद पर राजनीतिक विज्ञान विषय की कैटेगरी में नौकरी पाने के लिए
तो आवेदन कर सकते हैं, परंतु इसके लिए जरूरी पात्रता परीक्षा में शामिल
होने का अधिकार नहीं है। शिक्षा बोर्ड ने 14 व 15 नवंबर को होने वाली
एचटेट से उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
बोर्ड ने पात्रता परीक्षा
के लिए अपनाई गई आवेदन प्रक्रिया में लोकप्रशासन के विद्यार्थियों को
परीक्षा देने का कोई विकल्प ही नहीं दिया। कर्मचारी चयन आयोग ने चूक का
अहसास होने पर नोटिफिकेशन जारी कर लोकप्रशासन में पात्र अध्यापकों को
राजनीति विज्ञान कैटेगरी में आवेदन के लिए अतिरिक्त समय देकर अपनी भूल को
सुधार लिया। अब पात्रता परीक्षा में करीब एक सप्ताह का समय बचा है, परंतु
शिक्षा बोर्ड ने लोकप्रशासन के विद्यार्थियों के लिए अभी तक कोई कदम नहीं
उठाया है।
कब क्या हुआ :
कर्मचारी चयन आयोग ने पीजीटी के लिए 21 अगस्त को
आवेदन मांगते हुए अंतिम तिथि 21 सितंबर तय की थी। शुरुआती दौर में
लोकप्रशासन के पात्र अध्यापकों के लिए आवेदन करने का कोई विकल्प नहीं था।
आयोग ने एक अक्टूबर को अलग से नोटिफिकेशन जारी करते हुए उन्हें अलग से समय
दिया, लेकिन शिक्षा बोर्ड ने इसे अमलीजामा
नहीं पहनाया।
"एचटेट के लिए आवेदन मांगने से लेकर परीक्षा आयोजित करने तक की
पूरी कार्रवाई शिक्षा बोर्ड द्वारा की जाती है। शिक्षा बोर्ड ने जिले के 32
केंद्रों पर एचटेट की परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी हमें दी है तथा
पारदर्शी परीक्षाएं करवाना ही हमारी प्राथमिकता रहेगी। शिक्षा बोर्ड के
अधिकारी ही इस बारे में बेहतर ढंग से बता सकते हैं।"-- जोगेंद्र हुड्डा, जिला
शिक्षा अधिकारी, जींद। dj
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