** दीनानाथ बत्रा की किताबें लागू करने की तैयारी
पानीपत : गीता,गौ, संस्कार, सामाजिकता और भाईचारे जैसे विषय सरकार की नई शिक्षा नीति के अहम हिस्सा होंगे। यही नहीं भाजपा सरकार कक्षा 6 से 12 तक संघ विचारक शिक्षाविद् दीनानाथ बत्रा की किताबें भी लागू करेगी। यह वही दीनानाथ बत्रा हैं, जिन्होंने गुजरात और मध्यप्रदेश की शिक्षा नीति बनवाने और लागू कराने में भूमिका निभाई।
बताया जा रहा है कि इनकी किताबों का गुजरात में विरोध भी हुआ था। हालांकि बत्रा किसी विवाद से इनकार करते हैं। बत्रा नई शिक्षा नीति के लिए गठित हरियाणा राज्य सलाहकार परिषद के सदस्य भी हैं। शुक्रवार को चंडीगढ़ में हुई परिषद की पहली बैठक में बत्रा मौजूद रहे।
सभी के सुझाव से बनेगी शिक्षा नीति: रामबिलास
"हर वर्ग के सुझाव से ऐसी शिक्षा नीति बनेगी जो रोजगार देने में भी सहायक हो। शिक्षाविद् ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित करने में मदद दें जिससे युवा संस्कार संस्कृति से जुड़े। वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ भौतिकतावादी युग में गाय, गीता और गायत्री मंत्र जैसी विचारधारा का संरक्षण जरूरी है। करीब डेढ़ माह में मसौदा बन जाएगा।"-- रामबिलासशर्मा, शिक्षा मंत्री
ऐसा हो सकता है मसौदा
सरकार की नई शिक्षा नीति में छह सूत्री एजेंडा है। पहला, बालक का सर्वागीण विकास- दूसरा, चरित्र निर्माण, तीसरा, पर्यावरण का विकास, चौथा, वैदिक गणित के सूत्र, पांचवां, भारतीय भाषाओं का विकास और छठा, शिक्षा में राजनीति को रोकना, बल्कि राजनीति में शिक्षा को बढ़ावा। सरकारों के बदलने से पाठ्यक्रम नहीं बदलना चाहिए। db
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