** बैठक में प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए ईसी व एसी को भेजा
रोहतक : एमडीयू में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) की ओर से 15 कोर्स इसी सत्र से शुरू किए जाएंगे। इन पाठ्यक्रमों के लिए फीस व पाठ्यक्रम (सिलेबस) को लेकर खाका तैयार कर लिया गया है। अब डीडीई के इस प्रस्तावित दिशा-निर्देशों को अमलीजामा पहनाने के लिए विवि की शैक्षणिक परिषद (एसी) और कार्यकारी परिषद (ईसी) के पास भेजा जाएगा।
13 वार्षिक व 2 कोर्स में सेमेस्टर सिस्टम
डीडीई के तहत अब 13 कोर्स वार्षिक स्कीम के तहत चलाए जाएंगे, जबकि दो कोर्स बीसीए व बीबीए को सेमेस्टर सिस्टम से चलाया जाएगा। डीडीई की ओर से वार्षिक स्कीम के जरिए बीए, बीकाम, बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंर्फोमेशन साइंस, एमएससी गणित, एमकॉम, मास्टर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंर्फोमेशन साइंस, एम ए- हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, अर्थ शास्त्र, इतिहास चलाए जाएंगे। वहीं सेमेस्टर स्कीम के तहत बीबीए और बीसीए पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई गई। सभी कोर्सों का संचालन यूजीसी के नियमों के अनुसार किया जाएगा।
बीओएस व फैकल्टी ने तय की रूपरेखा
एमडीयू दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के बोर्ड ऑफ स्टडीज (बीओएस) और फैकल्टी की मंगलवार को डीडीई हॉल में बैठकें हुईं। इन बैठकों में सत्र 2013-14 से दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रम शुरू करने की रूपरेखा तय कर हरी झंडी दे दी गई। एमडीयू डीडीई निदेशक प्रो. नसीब सिंह गिल की अध्यक्षता में आयोजित इन बैठकों में संचालित किए जाने वाले कोर्स का पाठ्यक्रम और डीडीई पाठ्यक्रमों का आर्डिनेंस तय किया गया। फैकल्टी की बैठक में अधिष्ठाता, शैक्षणिक मामले प्रो रविन्द्र विनायक और कुलसचिव डॉ. एसपी वत्स भी शामिल हुए।
आगे क्या: नहीं होगा कोई स्टडी सेंटर
डीडीई को इस बार केंद्रीकृत करते हुए सिर्फ प्रदेशभर में ही चलाया जाएगा। कुरुक्षेत्र विवि की तर्ज पर इसका कोई स्टडी सेंटर नहीं बनाया जाएगा। डीडीई के दाखिले से लेकर कक्षा लगाने की हर गतिविधि एमडीयू परिसर से ही संचालित की जाएगी।
2012 में बंद हुई दूरस्थ शिक्षा
बता दें कि साल 2012 में एमडीयू में दूरस्थ शिक्षा बंद कर दी गई। उस समय 42 पाठ्यक्रमों का संचालन किया जाता था। सालभर पहले एमडीयू को दूरस्थ शिक्षा निदेशालय से करीब 120 करोड़ रुपए की आमदनी होती थी। कोर्स बंद होने के बाद यह गिरकर मात्र 70 करोड़ रह गई थी। एमडीयू प्रशासन की ओर से विद्यार्थियों की मांग और एमडीयू की वित्तीय हालत को सुधारने के लिए दोबारा से दूरस्थ शिक्षा शुरू करने का फैसला लिया है।
कोर्स और उनकी प्रस्तावित फीस
कोर्स प्रस्तावित फीस(सालाना) समय
बीए 4 हजार 3 साल
बीकॉम 4 हजार 3 साल
एमए हिंदी 5 हजार 2 साल
एमए अंग्रेजी 5 हजार 2 साल
एमए संस्कृत 5 हजार 2 साल
एमए राजनीति विज्ञान 5 हजार 2 साल
एमए इतिहास 5 हजार 2 साल
एमए लोक प्रशासन 5 हजार 2 साल
एमए अर्थशास्त्र 5500 2 साल
एमएससी मैथ्स 5500 2 साल
एमकॉम 5500 2 साल
बी. लिब. 8500 एक साल
एम.लिब. 9500 एक साल
बीसीए 10 हजार 3 साल
बीबीए 10 हजार 3 साल
नोट : बोर्ड द्वारा प्रस्तावित फीस। अंतिम फैसला अभी होना है। ..db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.