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Friday, 2 August 2013

गेस्ट टीचर्स बोले-रेशनेलाइजेशन के आगे घुटने नहीं टेकेंगे

**जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के सामने रेशनेलाइजेशन का विरोध किया 
कैथल:प्रदेशसरकार रेशनेलाइजेशन का बहना बनाकर अतिथि अध्यापकों को हटाना चाह रही है। लेकिन अतिथि अध्यापक इस प्रकार की नीति को किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। इसके लिए वे हर प्रकार का बलिदान देने के लिए तैयार है। यह बात हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ इकाई कैथल के अध्यक्ष सुभाष चंद ने कही। वे जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के सामने रेशनेलाइजेशन के विरोध में प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे अतिथि अध्यापकों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से सीएम के नाम अपनी मांगों संबंधी एक ज्ञापन दिया। जिले भर से आए सैकड़ों अतिथि अध्यापक-अध्यापिकाओं ने बरसात की परवाह न करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सुभाष चंद ने कहा कि प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में साढ़े छह हजार के करीब जेबीटी गेस्ट टीचर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 
सरकार दस हजार नए जेबीटी टीचर की भर्ती कर रही है। ऐसे में वे सड़कों पर आ जाएंगे। सरकार उनके साथ वायदा खिलाफी कर रही है। ऐसी ही स्थिति उनके साथ वर्ष 2010 में भी हुई थी। जिसमें एक महिला गेस्ट टीचर राजरानी को कुर्बानी देनी पड़ी थी। लेकिन इस बार प्रत्येक गेस्ट टीचर कुर्बानी देने के लिए तैयार है। 
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में पिछले आठ वर्षों से 15 हजार अतिथि अध्यापक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सरकार इन अध्यापकों को नियमित करने के स्थान पर बाहर का रास्ता दिखाना चाहती है। लेकिन वे इसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। अतिथि अध्यापक पिछले आठ वर्ष से कई-कई महीनों तक बगैर वेतन के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का पढ़ाने के साथ-साथ स्कूलों की अन्य गतिविधियों में सहयोग करते रहे हैं। 
जिला महासचिव सतबीर सौंगल व जिला उपाध्यक्ष शमशेर नैन ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने अडिय़ल रवैये के कारण सरकार की मिलीभगत से गलत पालिसी बनाकर शिक्षा विभाग को तहस-नहस करने में लगे हुए हैं। 
रामचंद्र तंवर व नरेंद्र ने कहा कि प्रदेश सरकार गैर वैज्ञानिक तरीके से विज्ञान, हिंदी, गणित और सामाजिक विषयों के पीरियड आठ-आठ के स्थान पर पांच-पांच कर रही है। मिडल स्कूलों से गणित और हिंदी विषयों को समाप्त करके हजारों अध्यापकों सरप्लस किया जा रहा है। रमेश भाणा तथा सुखविंद्र बरसाना ने कहा कि सरकार को चाहिए कि सीबीएसई पैट्रेन के अनुसार प्रत्येक विषय के नौ-नौ पीरियड रखे जाएं। 
प्रदेश महासचिव राजेंद्र शर्मा शास्त्री ने कहा कि चार अगस्त को कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में प्रदेशस्तरीय बैठक का आयोजन किया जा रहा है। बैठक में अगली रणनीति तय की जाएगी। इस मौके पर तेजपाल बात्ता, रमेश मटोर, महेंद्र सीड़ा,रकेश बालू, रमेश बालू, अनिल कुमार, दीपक आहूजा, भूपिंद्र, रघुबीर, संदीप, अली मोहम्मद, वीरेंद्र, सुरता, धर्मेंद्र, गगन, सतीश, आशा रानी, शशी, राधा और सुनीता रानी भी उपस्थित थी। ..db

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