सोनीपत : स्कूलों में कमजोर व्यवस्था एवं शिक्षा बोर्ड की कमजोर तैयारी के चलते पहली बार परीक्षा की ऑन लाइन आवेदन की प्रक्रिया जिसे 29 जुलाई को शुरू किया गया था, वह फेल साबित हो गई है।
अब प्रक्रिया पर ब्रेक लगाया जा चुका है, वह भी कोई एक या दो दिन के लिए नहीं बल्कि पांच दिन के लिए। यानि अब यह 13 अगस्त को फिर से शुरू होगी। बता दें कि ऑन लाइन प्रक्रिया शुरू होने के बाद से बहुत से स्कूलों से एक भी आवेदन सिरे नहीं चढ़ सका है।
ऐसे में इस बात की आशंका अभी से जताई जा रही है कि पहले सेमेस्टर की परीक्षा को दोबारा से स्थगित किया जा सकता है। पहले यह परीक्षा अगस्त में होनी थी, जिसे बाद में सितंबर तक स्थगित किया गया।
कमाई की उम्मीद थी, लेकिन अब तक इंतजार ही
सूत्र बताते हैं कि इस महत्वाकांक्षी योजना को लागू करने के लिए शिक्षा बोर्ड प्रशासन ने लगभग तीन करोड़ रुपये का टेंडर छोड़ा था, लेकिन 11 दिन बीतने के बाद भी रेगुलर विद्यार्थियों के आवेदन आने का इंतजार लंबा हो रहा है। शिक्षा बोर्ड के बजट में 71 प्रतिशत आमदनी परीक्षा फीस के रूप में ही होती है। यदि मई-जून में यह फीस शिक्षा बोर्ड के बैंक खाते में आती तो लाखों रुपये का बैंक ब्याज बोर्ड को मिलता। जानकार बताते हैं कि यह फीस लगभग 65 करोड़ रुपये तक बनती है। जिसमें बोर्ड ने दसवीं कक्षा की 39 करोड़, 12वीं की 31 करोड़ तथा एनरोलमेंट फीस के रूप में करीब साढ़े चार करोड़ रुपए की कमाई की। वैसे भी आम तौर पर हर साल मई व जून माह में परीक्षा फार्म भरने का कार्य पूरा कर लिया जाता है, वहीं इस बार अगस्त माह बीत रहा है और कार्य वहीं पर अटका हुआ है।
वक्त की जरूरत है ऑनलाइन प्रक्रिया को अपनाना
"परीक्षा की ऑनलाइन प्रक्रिया वक्त की आवश्यकता है। इससे बोर्ड का काफी समय बचता, जोकि बाद में परीक्षा की तैयारी में इस्तेमाल किया जा सकता है। हां, ऑनलाइन में परेशानी आ रही है। सोमवार से परेशानियों का निराकरण कर दिया जाएगा। कोशिश है कि प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं निर्धारित समय पर हों।"-- अंशज सिंह, सचिव, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी।
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