** मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की टीम को निरीक्षण के दौरान स्कूलों में मिली थी खामी
जींद : सरकारी स्कूलों में गणित विषय की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। परिणाम लगातार डाउन आते जा रहे हैं। ऐसे में अंकों के खेल में यहां बच्चों का भविष्य पिछड़ रहा है। यह पिछले दिनों मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की टीम द्वारा सरकारी स्कूलों में किए गए सर्वेक्षण में सामने आया है। ऐसे में अब गणित विषय को लेकर शिक्षा निदेशालय सजग हुआ है। स्कूलों में गणित विषय पढ़ाने वाले शिक्षक अब इस टीम की निगरानी में रहेंगे और समय-समय पर उनकी कक्षाओं की चैकिंग भी की जाएगी।
ढील पर कार्रवाई होगी
स्कूलों में गणित की पढ़ाई कैसी हो रही है। कक्षा में बोर्ड पर कुछ सिखाया गया या नहीं। होमवर्क दिया है या नहीं। इस सब पर नजर रखी जाएगी। गणित की पढ़ाई में किसी प्रकार की ढील मिली तो शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई होगी।
सुनिश्चित होगी जिम्मेदारी
गठित टीमें कक्षाओं की पढ़ाई के साथ बच्चों की होमवर्क कॉपी का भी निरीक्षण करेंगी। स्कूल में बोर्ड या चॉक उपलब्ध है या नहीं इसके लिए स्कूल मुखिया की जिम्मेदारी है। चॉक का प्रयोग नहीं होता है तो यह शिक्षक की जिम्मेदारी होगी। गणित विषय को बढ़ावा देने के लिए इस सत्र से गणित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी शिक्षा विभाग ने शुरू की है। स्कूल स्तर, ब्लॉक स्तर, जिला स्तर व राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं होनी तय की गई हैं।
ये हैं शिक्षा विभाग के निर्देश
निदेशक सेकेंडरी एजुकेशन हरियाणा इसको लेकर सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इसके तहत जिला गणित विशेषज्ञ, गणित लेक्चरर डाइट और सीनियर लेक्चरर डाइट की टीम निगरानी के लिए गठित होंगी। जिला गणित विशेषज्ञ को हर महीने चार प्राइमरी, तीन मिडल और तीन हाईस्कूल चैक करने होंगे। डाइट लेक्चरर की टीम को कोई भी पांच स्कूलों की चैकिंग करनी होगी। चैक किए गए स्कूलों की हर 15 दिन में रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय में भेजी जाएगी।
"स्कूलों में गणित विषय पर जोर दिया जाएगा। बच्चे गणित और विज्ञान में निपुण हो इस पर जोर दिया गया है। दोनों विषय अहम हैं। गणित विषय के लिए निदेशालय ने निरीक्षण टीमें गठित करने के निर्देश दिए हैं। इस पर अमल किया जा रहा है।" - संतोष ग्रोवर,डीईइओ जींद ...db
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