पानीपत : पोस्ट ग्रेजुएट टीचर के पोस्ट का रेशनेलाइजेशन (वैज्ञानिकीकरण) अब शेड्यूल के मुताबिक होगा। शिक्षा निदेशालय के आला अधिकारियों की टीम जिला मुख्यालयों पर जाकर यह कार्य पूरा कराएगी। इसके बाद पीजीटी रेशनेलाइजेशन की समग्र रिपोर्ट शिक्षा निदेशक को सौंपी जाएगी। सरकारी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए रेशनेलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई गई है। छात्र संख्या के अनुपात में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने का कार्य किया जा रहा है। पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (लेक्चर्स वर्ग) वर्ग के विरोध के बावजूद रेशनेलाइजेशन का कार्य अब निदेशालय के बजाय जिला मुख्यालयों में कराने का फैसला लिया गया। एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक किरणमयी सहित शिक्षा निदेशालय के छह अधिकारी इस कार्य में योगदान देंगे। पंचकूला, झज्जर व फतेहाबाद के डीईओ भी दस सदस्यीय टीम में शामिल हैं। शेड्यूल के मुताबिक 3-5 अगस्त तक पीजीटी रेशनेलाइजेशन का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए यह कदम उठाया है।
बीईओ की लगाई ड्यूटी : जिला शिक्षा अधिकारी शीला बल्हारा का कहना है कि पीजीटी रेशनेलाइजेशन के लिए निदेशालय के आला अधिकारियों की टीम गठित की गई है। विभाग के उप निदेशक दिलबाग सिंह रविवार को सुबह 8 बजे पानीपत का दौरा करेंगे। लघु सचिवालय में बीईओ व दो-दो एक्सपर्ट प्रधानाचार्यो की ड्यूटी लगाई गई है। ..dj
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