** हसला ने दिलाया भरोसा 15 दिन में पूरा करेंगे मार्किंग का काम
चंडीगढ़ : आखिर 21 दिन चले गतिरोध के बाद हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) ने गुरुवार को सरकार से वार्ता के बाद अपनी हड़ताल स्थगित कर दी। अब 12वीं कक्षा के करीब 3 लाख छात्रों के फस्र्ट सेमेस्टर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुक्रवार से ही शुरू हो जाएगा।
हसला ने सरकार को भरोसा दिलाया कि वे मार्किंग का काम अगले 15 दिन में पूरा कर लेंगे। इसके बाद बोर्ड कभी भी परीक्षा परिणाम जारी कर सकता है। इधर, सरकार ने कर्मचारियों की पदनाम लेक्चरर यथावत रखने की मांग मान ली है, जबकि ग्रेड पे 5400 करने का मामला वित्त विभाग को पुन: भेजा जाएगा। प्रिंसिपल के पद पर पदोन्नति के अवसर बढ़ाने के मुद्दे पर कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी।
दो घंटे चली बातचीत
हसला के प्रदेश प्रधान दयानंद सिंह दलाल और उनके साथियों की दोपहर 2 बजे पंचकूला स्थित शिक्षा सदन में शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव सुरीना राजन, स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष केसी भारद्वाज और अन्य अधिकारियों के साथ बातचीत हुई। करीब दो घंटे की बातचीत में कुछ मांगों पर सहमति बनी। बैठक के बाद हसला के पूर्व प्रधान किताब सिंह मोर ने बताया कि उनकी वार्ता सौहाद्र्रपूर्ण वातावरण में हुई। उनकी ज्यादातर मांगों पर सहमति बन गई है, इसलिए हसला ने अपनी हड़ताल स्थगित कर दी है। अधिकारियों के साथ हुई बातचीत में हसला की ओर से प्रधान दयानंद दलाल के अलावा ऋषिपाल मथाना, अनिल यादव. रविंद्र सिंह, जोगिंदर बेनीवाल, राजेंद्रसिंह, बालकिशन यादव और डॉ. के.के. उपाध्याय थे।
कमेटी में होंगे ये लोग
हसला प्रतिनिधियों से वार्ता के बाद जो कमेटी बनाई गई है, उसमें शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर दिलबाग सिंह समेत दो डिप्टी डायरेक्टर और दो हसला के प्रतिनिधि होंगे। यह कमेटी प्राध्यापकों की पदोन्नति के अवसर बढ़ाने के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में उप प्रधानाचार्य का पद सृजित करने और पदोन्नति के मौजूदा अनुपात 67 प्रतिशत को बढ़ाने के बारे में विचार करेगी। कमेटी अपनी रिपोर्ट15 दिन में शिक्षा निदेशक और वित्त आयुक्त एवं प्रधान सचिव को सौंपेगी।
इन मांगों पर बनी सहमति
- पदनाम पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) के बजाय स्कूल लेक्चरर ही रहेगा।
- वेतनमान संशोधित कर 5400 ग्रेड पे करने का मामला ठोस तथ्यों के साथ वित्त विभाग को पुन: भेजा जाएगा।
- प्राध्यापकों की पदोन्नति के अवसर बढ़ाने के लिए सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में वाइस प्रिंसिपल के पद सृजित होंगे।
- प्रिंसिपल पद पर पदोन्नति का वर्तमान अनुपात 67 फीसदी को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए कमेटी गठित की गई है।
- लेक्चरर को कॉलेज कैडर में पदोन्नति के लिए सेवा नियमों में संशोधन किया जाएगा। db
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