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Monday, 25 November 2013

ऑनलाइन काउंसलिंग के कारण दाखिलों में आई गिरावट

** अधिक सीटें खाली होने से छठी व सातवीं काउंसलिंग को ऑनलाइन की बजाए मैनुअली करवाया जा रहा है 
गुडग़ांव : डिप्लोमा इन एजुकेशन (डीएड) की काउंसलिंग में दाखिले के लिए 12वीं कक्षा की पास प्रतिशतता में पिछले वर्ष की तुलना में इस साल 14 फीसदी गिरावट देखने को मिली है। पिछले कुछ सालों तक मैनुअल काउंसलिंग होने के चलते दाखिला लेने वालों की भीड़ अधिक थी, जिसके चलते पास प्रतिशतता 69 तक पहुंचती थी। जबकि इस साल यह 14 फीसदी गिरकर 55 प्रतिशत पर पहुंच गई है। रिक्त सीटों को भरना शिक्षा विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। अधिक सीटेंं खाली होने की वजह से विभाग द्वारा छठी व सातवीं काउंसलिंग को ऑनलाइन की बजाए मैनुअली करवाया जा रहा है। बावजूद इसके सीटें भरने की गति धीमी रही।
शिक्षा निदेशालय द्वारा इस साल से डीएड की काउंसलिंग को ऑनलाइन करने का स्टूडेंट्स व उनके अभिभावक भी विरोध करते हैं।उनका कहना है कि इससे पारदर्शिता नहीं रहती है। स्टूडेंट्स मीनू कहती है कि उसके 12वीं में 75 प्रतिशत अंक है। ऑनलाइन में फॉर्म भरने में गलती हो गई जिसकी वजह से उसका फार्म रिजेक्ट हो गया। लेकिन अभी तक उसे कोई यह नहीं बता पा रहा कि उनकी गलती कहां हुई है। मैनुअली काउंसलिंग में पारदर्शिता बनी रहती है। उधर, अपनी बेटी के दाखिले के लिए स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एवं ट्रेनिंग सेंटर पहुंचे श्यामलाल ने बताया कि बेटी का फार्म तो ऑनलाइन भर दिया था लेकिन समझ नहीं आ रहा कि फार्म रद्द क्यों हो गया है। यही जानकारी लेने के लिए यमुनानगर से गुडग़ांव आएं हैं लेकिन कोई भी सही जानकारी नहीं दे पा रहा है। इसलिए अच्छा है कि मैनुअली काउंसलिंग हो। 
यह रही स्टूडेंट्स की परेशानी 
इस साल काउंसलिंग को ऑनलाइन करने से कई कमियां रही जिसका खामियाजा स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ा। अच्छी प्रतिशतता वाले स्टूडेंट्स भी ऑनलाइन फार्म भरने में गलती कर बैठे, जिसकी वजह से उनके फार्म रिजेक्ट हो गए। कई स्टूडेंट्स को कॉलेज अलॉट होने के बाद भी उन्हें इसकी जानकारी नहीं मिल सकी कि कौन सा कॉलेज अलॉट किया गया है। पहली ऑनलाइन काउंसलिंग के दौरान जिन स्टूडेंट्स के फार्म रिजेक्ट हो गए थे वह दूसरी से लेकर सातवीं काउंसलिंग का हिस्सा ही नहीं बन सकें जिसके चलते उनका एक साल खराब हो गया है। पिछले साल जहां पांच काउंसलिंग में आट्र्स संकाय में जनरल कैटेगरी में दाखिले की पास प्रतिशतता 69 फीसदी रही थी वहीं इस साल सातवीं काउंसलिंग तक यह 55 प्रतिशत रह गई। सीटे भरने के लिए छठी और सातवीं काउंसलिंग को ऑनलाइन न करके मैनुअली किया गया।             db

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