भिवानी : हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट) में पास करने के लिए कुछ युवाओं ने अनूठा जुगाड़ लगाने की कोशिश की लेकिन फंस गए। उनका पेपर भी पास नहीं हुआ और अब बोर्ड ने अलग-अलग जिलों के 10 परीक्षार्थियों पर मामला दर्ज करवा दिया है।
ऐसे किया प्रयास:
एचटेट 2013 में कुछ युवाओं ने दो तरह से गड़बड़ी की कोशिश की। कुछ केस तो ऐसे हैं, जिनमें एक से ज्यादा परीक्षार्थियों ने ऑप्टिकल मार्क रिकॉग्नाइजेशन (ओएमआर) शीट पर एक ही रोल नंबर भरा।
मकसद यह था कि जब कंप्यूटर ओएमआर शीट को चेक करे तो दोनों कॉपियों के नंबर एक ही रोल नंबर के परीक्षार्थी को मिल सकें। कुछ ऐसे परीक्षार्थी थे, जिन्हें अपने ऊपर विश्वास नहीं था, तो उन्होंने अपने किसी ऐसे साथी के भी फार्म भरवा दिए जिसके टेस्ट पास करने की संभावनाएं अधिक थीं। ऐसे में जिसे पास करवाया जाना था, उसका रोल नंबर इंटेलीजेंट परीक्षार्थी ने अपनी ओएमआर शीट पर भरा जबकि असल परीक्षार्थी ने दूसरे का। एक मामला तो ऐसा भी है, जिसमें एक परीक्षार्थी हिसार में तो दूसरा पंचकूला में परीक्षा दे रहा था। यहां बता दें कि ओएमआर शीट पर पेन से गोले गहरे करके रोल नंबर अंकित किए जाते हैं। ऐसे में परीक्षा लेने वाले भी आसानी से मामला पकड़ नहीं सके।
ऐसे आए पकड़ में
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इस बार एचटेट परिणाम में किसी तरह की गलती ना हो इसके लिए दो बार जांच करवाई। दूसरी जांच में इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। जिसके बाद फिर से सभी उत्तरपुस्तिकाओं की नए सिरे से जांच की गई। जिससे सामने आया कि लेवल एक में ही आठ केस ऐसे थे, जिसमें एक ही रोल नंबर दो ओएमआर सीट में भरा गया था। कुल 10 केस ऐसे पकड़े गए। इनमें फतेहाबाद, हिसार, भिवानी व कुछ अन्य जिलों के परीक्षार्थी शामिल थे। परिणाम आने के बाद बोर्ड ने इसकी शिकायत संबंधित थानों में की।
"एचटेट परीक्षा में धोखेबाजी कर एक-दूसरे परीक्षार्थी को पास करवाने वालों पर कार्रवाई की गई है। पुलिस में शिकायत दी गई थी। जिस पर उन्होंने रिकार्ड मांगा। अब रिकार्ड पुलिस को देकर उनके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए कहा है।"--डा. अंशज सिंह, सचिव, विद्यालय शिक्षा बोर्ड db
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