** रिसर्च स्कॉलर ने उठाए नियमों पर सवाल
रोहतक : एमडीयू के एक रिसर्च स्कॉलर ने विवि के दूरस्थ विभाग पर सवाल उठाते हुए भूगोल के एमए फाइनल के परीक्षा परिणाम पर आपत्ति जताई है। 70 में से 5 अंक लेने वाले छात्रों को भी पास घोषित करने पर आश्चर्य जताते हुए छात्र का कहना है कि यह सीधे तौर पर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले नियम हैं इसलिए इनमें बदलाव जरूरी है। वह इस मामले में जल्द ही यूजीसी और कुलपति के पास भी जाएंगे।
एमडीयू के भूगोल विभाग के रिसर्च स्कॉलर प्रदीप कुमार ने बताया कि भूगोल विभाग के एमए अंतिम वर्ष के परीक्षा परिणाम में ऐसे छात्रों को भी पास कर दिया गया है जिनके थ्योरी पेपर में 70 में से 5, 6 अथवा 7 अंक ही प्राप्त किए हैं जबकि इंटरनल एसेसमेंट में उन्हें 30 में से 28, 29 अथवा 30 अंक दिए गए हैं। इससे ये साफ जाहिर होता है कि छात्रों को केवल उत्तीर्ण करने के लिए ही ये नियम बनाए हैं जबकि छात्रों को शिक्षित करने के प्रति एमडीयू प्रबंधन गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को जल्द ही यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन और कुलपति के सामने भी लेकर जाएंगे और ऐसे नियमों को बदलने की मांग करेंगे। db
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