भूना(फतेहाबाद) : शिक्षा सहायकों की नियुक्ति में बड़े पैमानों पर गड़बड़झाला चल रहा है। गांव जांडली कलां के एक युवक ने उपमंडलाधीश बलजीत सिंह को इसकी शिकायत की है। आरोप है कि जिन युवकों को शिक्षा सहायक पद पर नियुक्ति दी गई हैं उनकी योग्यता में भारी खामियां हैं तथा योग्य पात्र एवं मेरिट की सूची में शामिल प्रतिभागियों को वेटिंग सूची में रख दिया गया हैं।
आरटीआई में हुआ खुलासा
जांडली कलां निवासी सतीश कुमार ने आरटीआई सूचना के द्वारा रिपोर्ट आने के बाद शिक्षा सहायक नियुक्ति गड़बड़ झाले की पोल खोली है। चयन कमेटी के खिलाफ एसडीएम को शिकायत कई बार दी जा चुकी हैं। मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई हैं। ये है गड़बड़ी शिक्षा सहायकों की नियुक्ति से संबंधित आरटीआई में खुलासा हुआ हैं कि भीम सिंह, झंडा राम निवासी सनियाना ने 12वीं कक्षा 2010 में पास की हैं। जबकि बीए 2008 में व बीएड 2009 में उत्तीर्ण की हैं। रिकार्ड में एमए 2011 में पास की हुई है। दिलचस्प पहलू तो यह है कि 12 कक्षा पास करने से पहले एमए बीएड व बीए कैसे हो सकती हैं यह गड़बड़ी की आशंका को दर्शता हैं।
इस संबंध में उप मंडलाधीश बलजीत सिंह ने बताया कि ऐसे मामलों की बातचीत मोबाइल फोन पर नहीं होती, कार्यालय में आकर पूछ लो, सब बता दूंगा। उधर, जिला शिक्षा अधिकारी आशा ग्रोवर से संपर्क किया गया उनसे बात नहीं हुई, वहीं उनकी सहायक वेद बाला ने बताया कि शिक्षा सहायकों की नियुक्ति डीपीसी की चयन कमेटी के द्वारा की गई थी। इसमें सभी पहलूओं को लेकर नियुक्ति हुई हैं। अगर गड़बड़ी हुई हैं तो उच्चाधिकारी इस स्तर पर जांच कर सकते हैं। db
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