रोहतक : एमडीयू के दूरस्थ शिक्षा में परंपरागत कोर्स की बजाय प्रोफेशनल कोर्स की डिमांड घटी है। 22 नवंबर के आंकड़ों की बात करें तो बीबीए में 17 ही विद्यार्थी दाखिला ले पाए हैं, जबकि बीसीए में यह आंकड़ा 43 तक ही पहुंचा है। साफ तौर पर विद्यार्थियों में प्रोफेशनल कोर्स में रुझान कम देखने को मिल रहा है। इसका कारण सरकारी कॉलेजों में नियमित तौर पर कम फीस होना भी बड़ा कारण बना हुआ है। एमडीयू में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) की ओर से शुरू किए गए कोर्स में विद्यार्थियों के लिए इग्नू (इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विवि) की तर्ज पर 15 से 20 दिन का विशेष कैंप लगाया जाएगा। दाखिले होने के बाद विद्यार्थियों के लिए चलाए जाने वाले स्टूडेंट्स सपोर्ट सर्विस कैंप (एसएसएससी) के जरिए पाठ्यक्रम के अलावा कॅरियर गाइडेंस और भविष्य में चुनने वाले क्षेत्र के लिए भी जानकारी दी जाएगी। डीडीई की ओर से जिला मुख्यालय पर कैंप लगाने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। मुख्यालय पर ही विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री भी मुहैया कराई जाएगी। एसएसएससी कैंप के लिए डीडीई की ओर से 15 कोर्स के लिए 13 समन्वयक भी तैनात किए जा चुके हैं। ये फैसला भी यूजीसी की ओर से निर्धारित किए गए नियमों के तहत उठाया गया है। वार्षिक कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए 15 से 20 दिन का कैंप होगा। वहीं सेमेस्टर कोर्स यानि बीबीए और बीसीए के लिए 8 से 10 दिन का कैंप लगाया जाएगा। डीडीई की ओर से 13 दिसंबर तक 500 रुपए लेट के साथ दाखिले दिए जाएंगे। अब तक डीडीई में 44 हजार 193 बच्चों ने दाखिले लिए हैं। इसमें बीए में दाखिला लेने वालों की सूची 11 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है, जबकि प्रोफेशनल कोर्स इस बार विद्यार्थियों को आकर्षित नहीं कर पा रहे हैं।
"एमडीयू में डीडीई के दोबारा शुरू होने पर कुछ नए फेरबदल भी किए गए हैं। इनके तहत इग्नू की तरह ही स्टूडेंट्स सपोर्ट सर्विस कैंप चलाया जाएगा। इस कैंप के जरिए विद्यार्थियों को भविष्य के लिए भी तैयार किया जाएगा, ताकि वे सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बल्कि अपना कॅरियर भी तैयार कर सके। इस बार पारंपरिक कोर्स में अच्छा रुझान देखने को मिल रहा है।"--डॉ. नसीब सिंह गिल, निदेशक, डीडीई एमडीयू।
कोर्स विद्यार्थी
बीए 11958
बीकॉम 887
बीबीए 17
बीसीए 43
बीलिब 291
एमलिब 94
एमकॉम 1562
एमएससी मैथ्स 653
एमए हिंदी 1895
एमए इंग्लिश 1473
एमए संस्कृत 463
एमए राजनीति विज्ञान 1775
लोक प्रशासन 238
इतिहास 1783
अर्थशास्त्र 527 db
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