** 14 दिसंबर को थमाया गया था नियुक्ति पत्र
जींद : शिक्षा विभाग ने 11 करोड़ रुपये से अधिक फूंककर नवनियुक्त पीजीटी शिक्षकों से मात्र एक माह के दौरान लेसन प्लान ही तैयार कराए, वहीं जिस कार्य के लिए पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी, वह काम उनसे नहीं कराया गया। सरकारी स्कूलों में बच्चे नवनियुक्त पीजीटी शिक्षकों का इंतजार कर रहे हैं। शिक्षा विभाग द्वारा 10 स्टेशनों की सूची मांगने पर एक माह बाद भी नवनियुक्त पीजीटी शिक्षकों की नियुक्ति स्कूलों में नहीं की है।
एक तरफ जहां सरकारी स्कूलों में शिक्षकों कमी से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, फिर शिक्षा विभाग नवनियुक्त पीजीटी शिक्षकों को एक माह बाद भी स्टेशन अलाट नहीं कर सकी है। नवनियुक्त पीजीटी शिक्षक बच्चों को पढ़ाने की बजाय लैसन प्लान तैयार में जुटे हैं या कहे कि लैसन प्लान तैयार कर बच्चों को पढ़ाने के लिए अपने आपको तैयार कर रहे हैं।
गत 14 दिसंबर को शिक्षा विभाग ने नवनियुक्त पीजीटी शिक्षकों के नियुक्ति पत्र जारी कर उन्हें संबंधित डीईओ कार्यालय में ज्वाइन करा दिया था। पीजीटी शिक्षकों से दस-दस स्कूलों की सूची भी मांगी थी, लेकिन एक माह होने पर भी उन्हें आज तक स्कूल अलाट नहीं हो सके हैं। प्रदेश में 11 विषयों के 3337 पीजीटी शिक्षकों ने ज्वाइनिंग कर ली है, जिन्हें शिक्षा विभाग द्वारा लेसन प्लान तैयार को दिया गया है।1पीजीटी शिक्षकों को जहां स्कूल अलाट नहीं हुए हैं, वहीं अब शिक्षा विभाग को पीजीटी शिक्षकों को लैसन प्लान तैयार करने के लिए ही 11 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का भुगतान करना होगा। प्रत्येक पीजीटी शिक्षक का वेतन प्रतिमाह 34280 रुपये निर्धारित होगा। जिला शिक्षा अधिकारी दिलबाग मलिक ने कहा कि फिलहाल उच्चाधिकारियों से स्टेशन अलाट करने को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं आए हैं। जैसे ही निर्देश आएंगे, आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
जिन शिक्षकों को शिक्षा विभाग द्वारा लेसन प्लान दिया गया है:
विषय ज्वाइनिंग
कैमिस्ट्री 790
कामर्स 401
भूगोल 286
इतिहास 198
गृह विज्ञान 68
गणित 573
फिजिक्स 420
राजनीतिक शास्त्र 263
मनोविज्ञान 184
पंजाबी 60
समाज शास्त्र 94 dj
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