करनाल : वर्ष 2000 में इनेलो सरकार में भर्ती हुए जिन 2862 जेबीटी शिक्षकों की भर्ती हाल ही में हाईकोर्ट ने रद्द की है, उन शिक्षकों की लड़ाई अब प्राथमिक शिक्षक संघ लड़ेगा। यह जानकारी राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश प्रधान विनोद ठकरान, महासचिव दीपक गोस्वामी और कोषाध्यक्ष अशोक यादव ने दी है। शिक्षकों से एकजुट होने की अपील करते हुए ठकरान ने बताया कि शीघ्र ही इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मुलाकात की जाएगी। इन शिक्षकों ने पूरी निष्ठा से शिक्षा विभाग में 13 वर्ष तक सेवाएं दी हैं। ऐसे में उन्हें इस तरह खारिज किया जाना दुखद है।
ठकरान ने कहा कि नियुक्ति से पहले हुई जांच में इन सभी शिक्षकों के दस्तावेज सही मिले थे। इनके विरुद्ध किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली और सीबीआई कोर्ट ने भी इन्हें क्लीन चिट दी थी। इसके बावजूद इन शिक्षकों को पार्टी बनाकर इनके विरुद्ध रिट दायर की गई। संघ इन शिक्षकों के साथ है और सरकार से मिलकर अपील करेगा कि इनके विरुद्ध राजनीतिक द्वेष से कोई कार्रवाई न की जाए।
बैठक में बनाई जाएगी आगे की रणनीति :
ठकरान ने कहा कि जल्दी ही प्राथमिक शिक्षक संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर इस मुद्दे पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
संघ ने कैथल जिला इकाई के प्रधान रोशन पवार, कुरुक्षेत्र के प्रधान विनोद चौहान और यमुनानगर से रतनलाल की अगुवाई में एक टीम बनाई है जो इस मामले में कानूनी पहलुओं की समीक्षा कर कानूनविदों से राय ले रही है। अगर जरूरत पड़ी तो इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की जाएगी। db
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