चरखी दादरी : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबधित सर्व कर्मचारी संघ की बैठक जिला ऑडीटर रमेश जाखड़ की अध्यक्षता में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि एक ओर तो प्रदेश सरकार अपने आप को जनता तथा कर्मचारियों का सबसे बड़ा हितैषी बता रही है लेकिन उसके द्वारा लागू किए जा रहे फैसलों मे इसकी तस्वीर बिल्कुल उल्ट नजर आ रही है। प्रदेश सरकार का हर एक फैसला हर विभाग को प्रयोगशालाओं में तब्दील करने वाला दिखाई देता है जो किसी भी तरह से आम जन तथा कर्मचारियों के हितों में नहीं दिखाई दे रहा है। कर्मचारियों ने अब प्रदेश सरकार के कर्मचारी विरोधी तथा जनविरोधी फैसलों को आम जना के दरबार में ले जाने का दृढ़ निश्चय कर लिया है जिसके चलते 21 से 23 जनवरी तक प्रदेश के कर्मचारी पूर्ण हड़ताल पर रहेंगे तथा सरकार के मनमाने तथा पक्षपाती व भेदभाव पूर्ण रवैये को जनता के सामने खोल के रख देंगे। वह अस्थायी कर्मचारियों को न तो पक्का कर रही है और न ही न्यूनतम वेतन दे रही है। सरकार का दोमुंही रूप इसी से सामने आ जाता है कि अगर विधायकों को अपने वेतन व भत्तों को बढ़ाना होता है तो वह इसे विधान सभा में प्रस्ताव पारित कर तुरंत बढ़ा लेती है लेकिन कर्मचारियों की जायज मांगों को भी आज तक नहीं माना गया है। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय हड़ताल की तैयारियों आगामी 11 जनवरी को भिवानी स्थित सर्वकर्मचारी संघ के कार्यालय में चार जिलों भिवानी, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ तथा झज्जर के पदाधिकारियों की जोनल बैठक का आयोजन किया जाएगा। बैठक में विरेंद्र यादव, श्रीभगवान साहू, सुखबीर, दयानंद कादयान, सतपाल, विनय शास्त्री, कृष्ण शास्त्री, सत्यवान, संजय शास्त्री, रामपाल, राजकुमार इत्यादि भी उपस्थित थे। dj
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