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Saturday, 11 January 2014

छात्रा प्रोविजनल रिजल्ट में पास, डीएमसी में चार विषयों में फेल

** केयू की परीक्षा शाखा का कारनामा
** रजिस्ट्रेशन नंबर भी बदल दिया, फोटो भी गलत लगी मिली 
कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी की परीक्षा शाखा अपने कारनामों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है। वहीं अब परीक्षा शाखा का नया कारनामा सामने आया है। केयू ने एक छात्रा को प्रोविजनल रिजल्ट में तो पास दिखा दिया लेकिन जब डीएमसी आई तो उसे छह में से चार विषयों में फेल दिखा दिया गया। इतना ही नहीं जब छात्रा की पांचवे सेमेस्टर की डीएमसी आई तो छात्रा का रजिस्ट्रेशन नंबर भी बदल दिया गया। इससे भी हैरानी वाली बात डीएमसी में छात्रा की जगह किसी लड़के की फोटो लगी मिली। छात्रा का कहना है कि केयू के चक्कर लगा-लगाकर वह थक चुकी है। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। 
छात्रा के पिता सुरेंद्र मलिक ने बताया कि शुक्रवार को फिर से केयू परीक्षा शाखा पहुंचे तो कर्मचारियों ने कहा कि डीएमसी दिल्ली से बनकर आती है, उस स्तर पर गलती हुई होगी। मलिक ने बताया कि कर्मचारियों ने उनसे लिखत शिकायत लेकर जल्द डीएमसी ठीक करके भेजने का आश्वासन दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सही डीएमसी कब तक छात्रा को मिल पाती है। वहीं केयू परीक्षा शाखा के कंट्रोलर डॉ. हुक्म सिंह ने कहा कि उनके संज्ञान में मामला नहीं है। अगर गलती हुई है तो उसे परीक्षा शाखा जरूर ठीक करके देगी। छात्रा केयू के चक्कर लगा-लगाकर वह थक चुकी है। यहां तक की छात्रा के परिजन भी इस घटना से परेशान हैं। वे चाहते हैं कि जल्द से जल्द यह त्रुटी केयू परीक्षा शाखा दुरुस्त कर दे। 
पांचवे सेमेस्टर में लड़के की फोटो 
छात्रा परविंद्र कौर ने बताया कि कि पांचवे सेमेस्टर में केयू ने उसकी डीएमसी में इससे भी बढ़ी गलती कर दी। उसकी डीएमसी में उसकी जगह लड़के की फोटो लगी हुई थी, जबकि नाम व पता सबकुछ सही था। इतना ही नहीं उसका रजिस्ट्रेशन नंबर भी बदला हुआ था। डीएमसी में इसके बाद वह तब से जब कॉलेज जाती है तो कॉलेज वाले उसे केयू की गलती बताकर केयू भेज देते हैं। वह कई बार केयू के चक्कर लगा चुकी है। लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है। 
बेटी व परिवार झेल रहा परेशानी 
छात्रा के पिता सुरेंद्र मलिक ने कहा कि वे कई बार केयू के चक्कर लगा चुके हैं। गलती केयू की है लेकिन खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। केयू की गलती के कारण उनकी बेटी व उन्हें मानिसक परेशानी के अलावा कामकाज छोड़कर केयू के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। 
पहले पास, फिर फेल 
खेड़ी दबदलान वासी परविंद्र कौर ने बताया कि वह इंदिरा गांधी नेशनल कॉलेज लाडवा से बीकॉम कर रही है। पहले सेमेस्टर में तो उसकी डीएमसी में कोई कमी नहीं थी, लेकिन तीसरे सेमेस्टर के बाद उसका रिजल्ट नहीं आया तो पहले तो उसने कॉलेज से संपर्क किया। रिजल्ट के बारे में जब कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वह केयू परीक्षा शाखा में रिजल्ट पता करने आई। जिसपर परीक्षा शाखा के कर्मचारियों ने उसे हाथ से प्रोविजनल रिजल्ट तैयार करके दे दिया और एक माह तक डीएमसी घर पहुंचने का आश्वासन दिया। इसके बाद उसने अगले सेमेस्टर में एडमिशन ले लिया। छात्रा ने बताया कि डीएमसी एक महीने की बजाए जब छह महीने बाद पहुंची। वहां तीसरे सेमेस्टर के छह पेपरों में से चार में फेल दिखाया गया था। जिसके बाद उसने केयू पहुंच परीक्षा शाखा से संपर्क साधा। वहां कहा गया कि अब जो डीएमसी आपके घर पहुंची है वह सही है।                               db

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