अंबाला : हाईटेक होना अच्छी बात है। काम जल्दी होते हैं लेकिन जिले में शिक्षा विभाग को इस हाईटेक टेक्नोलॉजी ने परेशान कर दिया। जिले के एससी, बीसी व बीपीएल परिवार के बच्चों को मिलने वाली सालाना व मासिक स्कॉलरशिप कई महीनों से नहीं मिली है। क्योंकि लाभार्थी विद्यार्थियों का ग्रामीण बैंकों में आइएफसी कोड न होने के कारण यूनिक कोड नहीं जनरेट कर पाए।
यह एक यूनिक नंबर होता है जो छह डिजिट है। इसके जरिये ही विद्यार्थियों का स्कॉलरशिप का पैसा बैंक में ट्रांसफर होता है। लेकिन अंबाला शिक्षा विभाग जिले के एससी, बीसी व बीपीएल परिवारों के विद्यार्थियों के लिए यह यूनिक कोड जनरेट नहीं कर पाया है। जिसकी वजह से लाभपात्र विद्यार्थियों के स्कॉलरशिप का पैसा हाईटेक टेक्नोलॉजी की वजह से अटक गया है। बच्चों के अभिभावकों की तरह स्कूलों के अध्यापक भी परेशान है। स्कूलों में जहां बच्चों के अभिभावक स्कॉलरशिप के लिए घूम रहे हैं।
जानकारों का कहना है कि कई तरह की दिक्कतों की वजह से स्कूलों में एससी, बीसी व बीपीएल विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप देने की योजना सिरे नहीं चढ़ रही है। हालांकि कुछ स्कूलों के विद्यार्थियों के खाते में स्कॉलरशिप की राशि डाल दी है, लेकिन कइयों स्कूल में यूनिक कोड नहीं बनाए जाने से विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप की राशि नहीं मिल पाई है।
प्रशिक्षित स्टाफ की कमी से आ रही दिक्कत
स्कूलों में प्रशिक्षित स्टाफ की कमी की वजह से विद्यार्थियों के लिए यूनिक कोड तैयार करने में दिक्कत आ रही है। स्कूल के मुखिया खुद कमान संभाल कर स्कॉलरशिप राशि देने के लिए कवायद तेज कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग की ओर से यह राशि स्कूलों के खातों में दिसंबर माह में डाली गई है। अब इन राशि को विद्यार्थियों को मुहैया करवाना अध्यापकों के लि चुनौती है। जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है, वहां मुखिया को दिक्कत आ रही है।
dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.