हिसार : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला महासचिव सुनील बास ने बुधवार को हाईकोर्ट की ओर से वर्ष 2000 में लगे टीचर्स की भर्ती रद्द किए जाने के मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बास ने कहा कि इस भर्ती में नियुक्त शिक्षकों का जेबीटी कोर्स में दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर मेरिट से हुआ था, वहीं इन शिक्षकों ने अन्य राज्यों या वाया बठिंडा जेबीटी न करके हरियाणा राज्य से की है। इसके अलावा इन शिक्षकों ने न तो अन्य किसी से परीक्षा दिलवाई थी और न हीं झूठे अंगूठे लगाए थे। विभाग की ओर से पहले भी इनके प्रमाण पत्रों की जांच की जा चुकी है, जिसमें किसी प्रकार की धांधली साबित नहीं हुई। यदि सरकार ने इन अध्यापकों के साथ गलत मंशा रखते हुए कोई विपरीत कार्रवाई की तो न केवल प्राथमिक शिक्षक संघ अपितु प्रदेश का पूरा शिक्षक समाज इसका डटकर विरोध करेगा। db
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