** जिले के 95 हजार बच्चों को परोसा जाता है मिड-डे-मील
फतेहाबाद : शिक्षा विभाग द्वारा देर से ही सही स्कूलों को मिड डे मील का तीसरे क्वार्टर बजट मिल गया है। विभाग द्वारा बदली जा रही प्रक्रिया के कारण स्कूलों को बजट मिलने में देरी हो रही थी। जिसके कारण स्कूल मुखियाओं को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा था। विभाग ने प्रदेश में मिड डे मील का तीसरे व चौथे क्वाटर का बजट तो अलॉट कर दिया लेकिन स्कूलों को अभी तक तीसरे क्वार्टर का बजट भी प्राप्त नहीं हुआ। मिडडेमील लेने वाले बच्चों की कुल संख्या 94,940 है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि प्राथमिक अध्यापक संघ ने मिड डे मील बजट के लिए कई बार प्रशासन से गुहार लगा चुका था।
दुकानदारों ने उधार राशन देना किया बंद
जिले के कुछ स्कूलों में बजट के अभाव में मिड डे मील के इंचार्ज दुकानदारों से राशन उधार लेना शुरु कर दिया था। दुकानदारों ने एक दो महीनों तक तो मिड डे मील का राशन उधार दिया मगर बाद में उधारी नहीं चुकाए जाने के चलते उन्होंने राशन उधार देना बंद कर दिया है। ऐसे में अध्यापक कब तक अपनी जेब से मिड डे मील का राशन बच्चों को खिलाने में सक्षम रहते। ऐसे अध्यापकों ने बजट में हो रही देरी को मिडडेमील योजना के साथ मजाक किया जाना बताया है।
जिले में इतने बच्चे खाते हैं मिड-डे-मील
स्कूल संख्या
प्राइमरी 395
मिडल 90
हाई 85
सीनियर सेकेंडरी 55
ये आया बजट
स्कूलों में मिड डे मील के तीसरे क्वार्टर के बजट के लिए विभाग ने 2 करोड़ 38 लाख 97 हजार 18 रुपये दिए है। विभाग द्वारा यह बजट दिसंबर 2013 तक का था। मार्च 2014 तक का मिड डे मील बजट भी जल्द ही स्कूलों के अकाउंट में डाल दिया जाएगा। गौरतलब है कि जिले में प्रत्येक क्वार्टर को बजट 3 करोड़ 14 लाख 12 हजार रुपये होता है।
स्कूल अकाउंट में बजट जल्द: डीईईओ
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मधु बाला ने कहा कि सभी स्कूल मुखियाओं के अकाउंट में मिड डे मील बजट डाल दिया गया है। जल्दी ही अगले क्वाटर का बजट भी डाल दिया जाएगा। db
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