** सोमवार को चार याचिकाएं दायर होने की संभावना
** प्रदेश सरकार से भी सकारात्मक रुख अपनाने का आग्रह
चंडीगढ़ : 2985 जेबीटी शिक्षक भर्ती रद करने के हाईकोर्ट की एकल बैंच के फैसले के खिलाफ डबल बैंच में अपील करेंगे। उनकी ओर से डबल बैंच में कम से कम चार अपील दायर की जाएंगी। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नए सिरे से मेरिट लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा के अध्यक्ष विनोद ठाकरान और महासचिव दीपक गोस्वामी से सलाह मशविरा के बाद कैथल यूनिट के जिला प्रधान रोशनलाल पंवार ने जेबीटी शिक्षकों को न्याय दिलाने की बागडोर संभाल ली है। रोशनलाल बृहस्पतिवार को अपनी टीम के साथ पूरे दिन चंडीगढ़ में रहे और उन्होंने यहां आधा दर्जन वरिष्ठ अधिवक्ताओं से राय ली। वकीलों से सलाह मशविरा का काम शुक्रवार को भी चलेगा और दस्तावेज तैयार कराने के बाद सोमवार को डबल बैंच में फैसले को चुनौती दे दी जाएगी।विनोद ठाकरान, दीपक गोस्वामी और रोशनलाल पंवार के अनुसार बेघर हो चुके जेबीटी शिक्षकों के सामने दो ही विकल्प बचे थे। हाईकोर्ट की सिंगल बैंच के फैसले को डबल बैंच में चुनौती देना या फिर सीधे सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाना। जेबीटी शिक्षकों ने न्याय के लिए सीधी प्रक्रिया अपनाने का फैसला लिया है, जिसके तहत डबल बैंच में अपील होगी। उन्होंने बताया कि सभी प्रभावित शिक्षक जल्द ही बैठक कर अगली रणनीति बनाएंगे। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अलावा दूसरे संगठनों का भी न्याय की लड़ाई में सहयोग लिया जाएगा, ताकि करीब तीन हजार जेबीटी शिक्षक और उनके परिवार बेघर होने से बच सकें। उन्होंने राज्य सरकार से भी जेबीटी शिक्षकों के प्रति सकारात्मक रुख अपनाने का अनुरोध किया है।
** प्रदेश सरकार से भी सकारात्मक रुख अपनाने का आग्रह
चंडीगढ़ : 2985 जेबीटी शिक्षक भर्ती रद करने के हाईकोर्ट की एकल बैंच के फैसले के खिलाफ डबल बैंच में अपील करेंगे। उनकी ओर से डबल बैंच में कम से कम चार अपील दायर की जाएंगी। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नए सिरे से मेरिट लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा के अध्यक्ष विनोद ठाकरान और महासचिव दीपक गोस्वामी से सलाह मशविरा के बाद कैथल यूनिट के जिला प्रधान रोशनलाल पंवार ने जेबीटी शिक्षकों को न्याय दिलाने की बागडोर संभाल ली है। रोशनलाल बृहस्पतिवार को अपनी टीम के साथ पूरे दिन चंडीगढ़ में रहे और उन्होंने यहां आधा दर्जन वरिष्ठ अधिवक्ताओं से राय ली। वकीलों से सलाह मशविरा का काम शुक्रवार को भी चलेगा और दस्तावेज तैयार कराने के बाद सोमवार को डबल बैंच में फैसले को चुनौती दे दी जाएगी।विनोद ठाकरान, दीपक गोस्वामी और रोशनलाल पंवार के अनुसार बेघर हो चुके जेबीटी शिक्षकों के सामने दो ही विकल्प बचे थे। हाईकोर्ट की सिंगल बैंच के फैसले को डबल बैंच में चुनौती देना या फिर सीधे सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाना। जेबीटी शिक्षकों ने न्याय के लिए सीधी प्रक्रिया अपनाने का फैसला लिया है, जिसके तहत डबल बैंच में अपील होगी। उन्होंने बताया कि सभी प्रभावित शिक्षक जल्द ही बैठक कर अगली रणनीति बनाएंगे। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अलावा दूसरे संगठनों का भी न्याय की लड़ाई में सहयोग लिया जाएगा, ताकि करीब तीन हजार जेबीटी शिक्षक और उनके परिवार बेघर होने से बच सकें। उन्होंने राज्य सरकार से भी जेबीटी शिक्षकों के प्रति सकारात्मक रुख अपनाने का अनुरोध किया है।
हाईकोर्ट में सरकार पहले ही बता चुकी अपना रुख :
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की एकल बैंच के न्यायाधीश ने फैसला सुनाने से पहले राज्य सरकार की राय जानी थी। शिक्षा विभाग के रजिस्ट्रार ने कोर्ट में कहा था कि हमें नहीं पता कि कौन गलत है और कौन सही है। कोर्ट का फैसला राज्य सरकार को मान्य होगा। अब राज्य सरकार को अगले चार सप्ताह के भीतर जेबीटी शिक्षकों के इंटरव्यू की डबल लिस्ट के आधार पर एक फ्रेश मेरिट लिस्ट तैयार करनी है। इस मेरिट लिस्ट में यदि मौजूदा समय में काम कर रहे जेबीटी शिक्षक आ गए तो ठीक वरना उनका भविष्य खराब होना तय है। dj
किस जिले में कितने जेबीटी प्रभावित:
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