फतेहाबाद : शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के लगभग 35 प्राचार्यो की डिमोशन कर उनको दोबारा से उनके पहले वाले पद सीएंडवी पर नियुक्त करने के आदेश दे दिए हैं। विभाग ने सीएंडवी को वर्ष 2008 में प्रमोट कर प्राचार्य के पद पर नियुक्त किया था। अब इन प्राचार्यो की डिमोशन कर दी गई है। डिमोट हुए प्राचार्यो में जिले के तीन प्राचार्य शामिल हैं।
यह है मामला :
शिक्षा विभाग ने वर्ष 2008 में प्रदेश के 35 सीडंएवी को प्राचार्य के पद पर पदोन्नत किया था। ये सभी शिक्षक संस्कृत विषय से संबंधित थे और 30 सितबंर 1988 को रेगुलर हुए थे। विभागीय नियमानुसार वर्ष 1998 तक प्रमोशन के लिए बीए, बीएड होना अनिवार्य था। नियमों के अनुसार ये सभी सीएंडवी क्वालीफाई कर रहे थे। इनको विभाग ने प्रमोट कर प्राचार्य बना दिया। परंतु उनके सीनियर सीएंडवी जिन्होंने संस्कृत विषय की ओटी (शास्त्री) तो की हुई थी, लेकिन बीए, बीएड नहीं थे। उनको विभाग ने प्राचार्य नहीं बनाया था।
विभाग के नियमों के अनुसार योग्यता पूरी करने पर जूनियर प्राचार्य बन गए व सीनियर सीएंडवी के पद पर ही बने रहे। इसके चलते सीनियर सीएंडवी ने कोर्ट में केस डाल दिया।
उन्होंने कोर्ट में दलील दी की सीनियर होने के नाते उनकी ओटी (शास्त्री) को बीए, बीएड के समकक्ष मानकर उनको प्रमोशन दी जाए। dj
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