** जो ट्रेड पहले छह महीने में होता था सेमेस्टर प्रणाली से करना पड़ेगा 2 साल में
आईटीआई में सेमेस्टर प्रणाली लागू किए जाने के विरोध में आईटीआई भोडियाखेड़ा के विद्यार्थी बुधवार को बिफर गए। गुस्साए विद्यार्थी सड़कों पर उतर आए और संस्थान के स्टूडेंट्स फैडरेशन ऑफ इंडिया के बैनर तले एकत्र होकर प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय गए और डीसी डीके बेहरा को शिक्षा मंत्री के नाम एक ज्ञापन भी दिया।
ज्ञापन के जरिए बताया गया है कि आईटीआई में सेमेस्टर प्रणाली लागू कर दी गई है। इससे आईटीआई विद्यार्थियों को प्रत्येक छह महीने में परीक्षाएं देनी पड़ेंगी। जबकि इससे पहले दो साल में एक बार परीक्षा देनी होती थी लेकिन नई प्रणाली के तहत चार बार छमाही परीक्षा देनी होगी जिससे लगभग 40 दिन और एक सेमेस्टर के हिसाब से 120 दिन की मेहनत या कार्यक्षमता की कमी हो जाएगी। विद्यार्थियों को एक बार परीक्षा देने के लिए 300 रुपये की फीस जमा करवानी होती है जबकि सेमेस्टर प्रणाली लागू होने से चार बार फीस जमा करानी होगी जिससे विद्यार्थियों को आर्थिक नुकसान भी होगा। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि राज्य स्तर पर आईटीआई करने के बाद जो विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की आईटीआई में कोई ट्रेड करते थे तो पहले छह महीने लगते थे लेकिन अब दो वर्ष का हो गया है।
प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों का नेतृत्व कर रहे एसएफआई के जिला अध्यक्ष रवि कुमार ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आईटीआई में लागू की गई सेमेस्टर प्रणाली को जल्द रद्द नहीं किया तो विद्यार्थी अपने आंदोलन को और तेज करने के लिए बाध्य हो जाएंगे। जिसके लिए किसी भी प्रकार के नुकसान की जिम्मेदारी पूर्ण रूप से सरकार की होगी। dbftb
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